जायरीन से गुलजार हुई दिकौली दरगाह
श्रावस्ती : दिकौली दरगाह स्थित बड़े पुरुष के आश्ताने पर शुक्रवार से जायरीन की भारी भीड़ उमड़ने लगी है। बहराइच दरगाह शरीफ मेले के तीन दिन पहले यहां मेला शुरू हो जाता है। मेले में जियारत करने के लिए भारत के कोने-कोने व पड़ोसी देश नेपाल के जायरीन पहुंचने लगे हैं। मुस्लिम ही नहीं हिंदू धर्मावलंबियों के लोगों की भी प्रत्येक जेठ मेले में आमद होती है। बड़ी तादाद में हिंदू-मुस्लिम जायरीन एक साथ दुआएं व मन्नतें मांगते हैं।
जिला मुख्यालय से तकरीबन 22 किमी की दूरी पर स्थित बड़े पुरुष के आश्ताने (मकबरे) पर भारी संख्या में हिंदू-मुस्लिम एक साथ जियारत करते हैं। बहराइच दरगाह शरीफ में लगने वाले मेले में आने वाले जायरीन पहले श्रावस्ती के दिकौली दरगाह पर माथा टेकते हैं। महाराष्ट्र, बिहार, राजस्थान, बाराबंकी, लखनऊ, आजमगढ़, देवरिया, गोरखपुर सहित नेपाल आदि से जायरीन की आमद होती है। कहा जाता हैं कि 11वीं सदी में गजनी से सैयद सलार मसूद गाजी अपने सैनिकों के साथ यहां आए थे। इनके बड़े पिता (ताऊ)हजरत अमीर नसरुल्ला की यहीं शहादत हुई थी। बड़े पुरुष (बुढ़वा बाबा) के नाम से प्रसिद्ध इनके आश्ताने पर अलग-अलग समुदाय के लोग एक साथ जियारत करते हैं। इनके आश्ताने पर चादर चढ़ाने के साथ, धूपबत्ती, कपूर, इत्र आदि से इबादत की जाती है।
अव्यवस्थाओं से जूझेंगे जायरीन
श्रावस्ती : विकास क्षेत्र गिलौला में स्थित दिकौली दरगाह पर जेठ में लगने वाला मेला शुरू हो गया है। इस मेले में आने वाले जायरीन को अव्यवस्थाओं से जूझना पड़ेगा। जलनिकासी की व्यवस्था न होने से मेला क्षेत्र में कीचड़ भरा हुआ है। बिजली व्यवस्था ठीक न होने से जायरीन को अंधेरे में रात गुजारनी पड़ेगी। यहां पर न पानी की, न छांव की व्यवस्था की गई है। बसों के आने जाने वाले रास्तों को ठीक नहीं किया गया है। इससे दुर्घटना होने की आशंका बनी हुई है। मेला परिक्षेत्र में सफाई व्यवस्था ठीक न होने के कारण गंदगी पसरी पड़ी है जिससे आने वाले जायरीन को परेशानी हो रही है। दिकौली के इकराम बताते हैं कि मेला में दूर-दूर तक बागों में जायरीन अपना डेरा डाले हुए हैं। यहां पर प्रकाश व सफाई की कोई व्यवस्था नहीं है।
मेले के लिए बस सेवा शुरू
श्रावस्ती : बहराइच से 15 किमी की दूरी तय करने के लिए जायरीन को रिक्शा, तांगा या अन्य वाहनों की सवारी करनी पड़ती है जिससे उन्हें अधिक वाहन शुल्क के साथ घंटों वाहनों की इंतजारी करनी पड़ती है। इन्हीं समस्याओं के मद्देनजर प्राइवेट बस एसोसिएशन ने मेलार्थियों ने अतिरिक्त बसों का संचालन शुरू कर दिया है। जिले के दिकौली स्थित बड़े पुरुष के मजार तक जायरीन को आने जाने की असुविधा को देखते हुए प्राइवेट बस एसोसिएशन ने 50 बसों का संचालन शुक्रवार से शुरू कर दिया है। बस एसोसिएशन के अध्यक्ष शेषराज सिंह ने बताया कि यात्रियों की दिक्कतों को देखते हुए बहराइच से दिकौली 50 बसों का संचालन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 45 बसें बहराइच -भिनगा मार्ग पर नंबर से चल रही हैं। इसके अलावा 50 बसें सिर्फ मेले के लिए संचालित की गई हैं।
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