UP News : एंटी रेबीज वैक्सीन लगाने में लापरवाही, महिला की मौत, डीएम ने की यह कार्रवाई
Shamli News शामली के थानाभवन में एक महिला की कुत्ते के काटने से मौत हो गई। स्वजन ने एंटी रेबीज वैक्सीन लगाने में लापरवाही का आरोप लगाया है। जिलाधिकारी ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। महिला को 18 जुलाई 2025 को कुत्ते ने काटा था और 8 सितंबर 2025 को उनकी मौत हो गई।

जागरण संवाददाता, शामली। आवारा कुत्ते के काटने के बाद रेबीज से महिला की मौत के मामले में जिलाधिकारी ने जांच बैठा दी है। शनिवार को मृतक महिला के स्वजन ने शिकायत की थी। इसके बाद डीएम ने तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
थानाभवन के गांव हरड़ फतेहपुर निवासी अमित वायुसेना में हैं और इस समय उनकी तैनाती नासिक में है। उनके पिता कुशलपाल सिंह ने बताया कि 18 जुलाई 2025 को उनकी 65 वर्षीय पत्नी शशि बाला के पैर में आवारा कुत्ते ने काट लिया था, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई थीं। उनको थानाभवन के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर ले गए थे।
आरोप है कि चिकित्सा अधिकारी ने लापरवाही की और एंटी रेबीज वैक्सीन की तीन डोज लगवाने की जानकारी दी। पहली डोज 18 जुलाई को लगाई गई, जबकि दूसरी डोज के लिए जब 21 जुलाई (सोमवार) को केंद्र पर पहुंचे तो कहा गया कि यहां पर इंजेक्शन केवल मंगलवार और शुक्रवार को ही लगते हैं। आप अगले दिन यानी 22 जुलाई को आएं, इसलिए दूसरी डोज एक दिन विलंब से लगी। इस दौरान उनसे सीरम लगाने के लिए कहा गया, लेकिन नहीं लगाया।
घाव को देखकर उन्होंने कहा कि तीन डोज ही लगती हैं और हमने दो डोज दे दी हैं।घाव ज्यादा है, इसलिए पांच डोज लगनी है। तीसरी डोज 29 जुलाई, चौथी डोज 12 अगस्त और पांचवीं डोज नौ सितंबर को लगनी थी। इस बीच तबीयत खराब होने पर स्वजन शशि बाला को मेरठ में मिलिट्री हास्पिटल लेकर पहुंचे और चिकित्सकों को दिखाया।
उन्होंने बताया कि लक्षण रेबीज के हैं, जिसके चलते आठ सितंबर 2025 को उनकी मृत्यु हो गई। उन्होंने एंटी रेबीज वैक्सीन लगाने में लापरवाही का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी अरविंद कुमार चौहान से शिकायत की। इस पर जिलाधिकारी ने सीएमओ, एडीएम और एएसपी की कमेटी बनाते हुए जांच के आदेश दिए हैं।
उधर, थानाभवन सीएचसी प्रभारी सुशील कुमार का कहना है कि हमारे यहां कुत्ते काटने के मरीज के मामले में कोई लापरवाही नहीं बरती जाती है। सही से और पूरा इलाज किया जाता है। बाकी रिकार्ड देखकर ही बताया जा सकता है। सीएमओ अनिल कुमार का कहना है कि मामले की जानकारी नहीं है। जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।