हिंदू महात्मा बनकर रह रहा था... पुलिस ने कुटिया में छानबीन की तो खुला चौंकाने वाला राज, पूछताछ में जुटी आईबी
शामली में मुस्लिम व्यक्ति को हिंदू महात्मा बनकर रहने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। वह बंगाल नाथ के नाम से रह रहा था और उसने मंदिर का निर्माण भी शुरू कर दिया था। पुलिस ने उसके पास से फर्जी आधार कार्ड बरामद किए हैं। पूछताछ में पता चला कि वह पहले सहारनपुर में विजय नाम से रहता था। आईबी और बंगाल पुलिस मामले की जांच कर रही हैं।

संवाद सूत्र, जागरण, थाना भवन/शामली। हिंदू महात्मा बनकर मंटी हसनपुर गांव में दो सालों से रह रहे पश्चिम बंगाल निवासी मुस्लिम व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित के पास से फर्जी आधार कार्ड भी बरामद किए गए। पुलिस की सूचना पर आईबी ने भी थाने पहुंचकर आरोपित से पूछताछ की। वहीं, थानाभवन पुलिस की सूचना के बाद पश्चिम बंगाल पुलिस ने भी व्यक्ति की जांच शुरू कर दी है।
थानाभवन क्षेत्र के गांव मंटी हसनपुर में ग्राम प्रधान रामेश्वर के खेत में दो साल पहले एक महात्मा ने कुटिया लगा ली थी और धुना भी लगा रखा है। बाबा खुद का नाम बंगाल नाथ निवासी शाकंभरी रोड सहारनपुर बताया करता था और आधार कार्ड में भी बाबा का नाम बंगाल नाथ ही दर्ज है।
2015 से 2022 तक सहारनपुर जिले में हिंदू बनकर रहा था आरोपित
पिछले दिनों बाबा ने शनिदेव का मंदिर बनाने के लिए ग्राम प्रधान से जमीन की मांग की। उन्होंने जमीन दे दी। बाबा ने ग्रामीणों से चंदा लेकर मंदिर का निर्माण भी शुरू कर दिया था। कुछ ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी कि बंगाली नाथ बाबा का पश्चिम बंगाल से कोई कनेक्शन है वह कई बार बंगाल जा चुका है। पुलिस ने शनिवार शाम बाबा की कुटिया पहुंचकर पूछताछ की तो मामला संदिग्ध निकला।
पुलिस को कुटिया से मिले दो आधार कार्ड
इसके बाद पुलिस ने कुटिया की तलाशी ली तो उसमें से दो आधार कार्ड और एक पहचान-पत्र बरामद किया। एक आधार कार्ड बाबा बंगालीनाथ से था। जबकि दूसरे आधार कार्ड और पहचान-पत्र में व्यक्ति का नाम इमामुद्दीन अंसारी नूर पुत्र मोहम्मद अंसारी निवासी मुहल्ला थाना लाईन, थाना कालचीनी जिला अलीपुरद्वार पश्चिम बंगाल दर्ज है। पुलिस आरोपित को हिरासत में लेकर थाने ले आई इसके बाद पूछताछ हुई।
वजय के नाम रहा था सहारनपुर में
पुलिस पूछताछ में आरोपित ने बताया कि वह बंगाल निवासी है। साल 2015 में सहारनपुर के शाकंभरी मंदिर में कमालनाथ बाबा के पास विजय नाम से रह रहा था। इसके बाद उसने मंदिर में रहने के दौरान ही आरोपित ने सहारनपुर में अपना फर्जी आधार कार्ड बंगाली नाथ केयर ऑफ कमलनाथ के नाम से बनवा लिया। साल 2019 में आरोपित नकुड़ चला गया और साल 2023 तक नकुड़ में रहा। इसके बाद साल 2023 में मंटी हसनपुर गांव में आ गया था।
थाना प्रभारी बिजेंद्र सिंह रावत ने बताया कि पहचान छिपाकर आरोपित रह रहा था। आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया। आइबी को सूचना दे दी गई। आरोपित को पूछताछ के बाद कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया।
पत्नी और बच्चा मुस्लिम, पश्चिम बंगाल में करते है निवास
पुलिस पूछताछ में यह भी सामने आया कि आरोपित ने चार साल पहले पश्चिम बंगाल जाकर मुस्लिम महिला से शादी की थी। उसका एक पुत्र भी है। हालांकि वह खुद का नाम विजय और बाबा बंगालीनाथ लोगों को बताता था। पुलिस ने इस संबंध में बंगाल पुलिस को भी सूचना दे दी है। जिससे आरोपित की सही पहचान हो सके। वहीं आईबी ने भी जांच शुरू कर दी है।
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