उन्होंने कहीं का नहीं छोड़ा... फेसबुक पर आखिरी वीडियो डाल लगाया मौत को गले
शाहजहांपुर में कर्ज से परेशान सैलून संचालक अजय कुमार ने दोस्तों की धोखाधड़ी के चलते खुदकुशी कर ली। मरने से पहले फेसबुक पर अपलोड 8 मिनट के वीडियो में उ ...और पढ़ें

सैलून संचालक अजय कुमार
जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर। बचपन के जिन दोस्तों ने हर सुख दुख में साथ देने का वादा किया था, उन्होंने ही सैलून संचालक अजय कुमार को कर्ज में ऐसा फंसाय कि उन पर दस लाख रुपये की देनदारी हो गई। पहले तो बराबर से रकम अदा करने की बात कही, लेकिन बाद में मुकर गए।
उनसे मकान पर और लोन लेने के लिए दबाव बनाने लगे। परेशान होकर अजय ने घर में फंदे पर लटककर जान दे दी, लेकिन इससे पहले अपना दर्द वीडियो में बताकर फेसबुक आइडी पर अपलोड कर दिया।पुलिस ने आरोपितों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की है। सिंधौली के महुआ पाठक गांव निवासी अजय कुमार गुरुवार को घर से लापता हो गए थे।
उनके स्वजन ने तलाश की, लेकिन कुछ पता न चला। देर शाम उनका शव दूसरे घर के कमरे में फंदे से लटका मिला। उस समय तक घटना का कारण पता नहीं चल सका, लेकिन शुक्रवार को जब अजय की फेसबुक आइडी देखी गई तो उस पर उनका वीडियो अपलोड मिला जिसमें उन्होंने इस आत्मघाती कदम उठाने के पीछे अपने दोस्त गांव के ही प्रियांशु व पुष्कर को मुख्य वजह बताया।
आठ मिनट के इस वीडियो में अजय ने बताया कि दोनों ने उन्हें कहीं का नहीं छोड़ा। उनकी दुकान पर यह कहकर बैंक से डेढ़ लाख रुपये का लोन दिलवाया कि इससे साझे में ब्याज का काम करेंगे, लेकिन उन्हें न तो रुपये दिए और न ही अपने हिस्से की किस्तें अदा कीं। जब लोन बढ़ने लगा तो पुष्कर ने पांच लाख रुपये की कमेटी डाल दी। जिसमें एक हिस्सा उनसे भी लिया।
इसके लिए उन्हें बीस प्रतिशत ब्याज पर रुपये दिलाए, लेकिन जब कमेटी पूरी हुई तो उनका हिस्सा नहीं दिया। दोनों कर्ज की रकम धीरे धीरे बढ़कर 10 लाख रुपये पहुंच गई। जब प्रियांशु व पुष्कर से हिसाब करने को कहा तो दोनों ने इन्कार कर दिया। कहा पहले अपने घर पर लोन निकलवाओ फिर बात करेंगे। जब मना किया तो जान से मारने की धमकी दी।
डर के कारण उन्होंने घर पर भी इस बारे में कुछ नहीं बताया। दोनों दोस्तों ने उन्हें बर्बाद कर दिया। उनको कहीं का नहीं छोड़ा। जो जेवर था वह भी गिरवीं रखना पड़ा। इन दोनों के कारण ही जान जा रही है। हालांकि यह वीडियो दस दिसंबर को बनाया गया, लेकिन इसे गुरुवार को अपलोड किया। वीडियो के आधार पर नीरज ने प्रियांशु व पुष्कर पर प्राथमिकी दर्ज कराई है।
प्रभारी निरीक्षक रविंद्र सिंह ने बताया कि अजय पांच वर्ष पहले हरिद्वार में रहकर काम करते थे। वहां पर एक प्रकरण में रुपयों की जरूरत पड़ी तो पुष्कर व प्रियांशु ने पांच प्रतिशत ब्याज पर डेढ़ लाख रुपये की धनराशि दिलायी थी। इसके बाद यहां अजय की दुकान पर बैंक से लोन लिया गया। तीनों ने साथ में मिलकर कमेटी भी डाली। उन्होंने बताया कि आरोपितों पर कार्रवाई की जाएगी।

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