Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सिम कार्ड का 'रोजा रूट': सिम खरीदकर बंगाल, झारखंड में बिछाया जा रहा था साइबर ठगी का जाल!

    Updated: Fri, 05 Dec 2025 06:08 PM (IST)

    सिम कार्ड का 'रोजा रूट' साइबर ठगी का एक नया तरीका है, जिसमें सिम कार्ड खरीदकर बंगाल और झारखंड में ठगी के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। ठग स्थानीय लोगों क ...और पढ़ें

    Hero Image

    प्रतीकात्‍मक च‍ित्र

    जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर। बंगाल, छत्तीसगढ़ व झारखंड में बैठे साइबर अपराधी ठगी के लिए यहां से खरीदे गए सिमों का प्रयोग कर रहे थे। बंगाल पुलिस की सूचना के बाद एसपी राजेश द्विवेदी के निर्देश पर गुरुवार शाम चेकिंग अभियान शुरू हुआ। रोजा क्षेत्र में सात दुकानों पर जांच की गई, जिसमें यहां से बिके चार सिम पर लगी आइडी संदिग्ध पाई गईं। हालांकि अधिकारी इस बारे में आधिकारिक रूप से कुछ भी बताने को तैयार नहीं हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    स्थानीय पते पर खरीदे गए ऐसे सभी सिम का ब्योरा जुटाया जा रहा है जो प्रदेश के बाहर दूसरे राज्यों में प्रयोग किए जा रहे हैं या वहां रहने वाले लोगों ने यहां से इन्हें खरीदा है। साइबर ठगी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। शातिर अपराधी दूसरे राज्यों से सिम खरीदकर इनका उपयोग अपराध में कर रहे हैं।

    गुरुवार को लखनऊ मुख्यालय से मिले इनपुट मिला, जिसमें बताया गया कि बंगाल, झारखंड व छत्तीसगढ़ में हुई साइबर ठगी की घटनाओं में रोजा से खरीदे गए सिम प्रयोग हुए हैं। इसके बाद पुलिस ने शाम में जिले में मोबाइल सिम बेचने वाली दुकानों पर जांच शुरू की। पिछले छह माह में हुई सिम बिक्री का विवरण जुटाया। जो नंबर व प्रपत्र संदिग्ध लगे उनकी जानकारी ली।

    अब तक पुलिस काे चार सिम ऐसे मिले हैं जो संदिग्ध हैं।इन्हें खरीदने के लिए जिनके पहचान पत्र लगाए गए हैं उन लोगों के बारे में पुलिस जानकारी जुटा रही है। सिम यहां से खरीदकर बंगाल व छत्तीसगढ़ तक कैसे भेजे गए, इस नेटवर्क में स्थानीय स्तर पर और कौन-कौन लोग शामिल हैं। इन सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है।

    एसपी राजेश द्विवेदी ने बताया कि सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि अपने-अपने क्षेत्रों में ऐसे सिम का ब्योरा जुटाएं जो यहां की दुकानों से खरीदे गए हैं और उनका प्रयोग प्रदेश के बाहर दूसरे राज्यों में हो रहा है। दूसरे प्रदेश विशेषकर बंगाल के लोगों ने अपनी आइडी लगाकर यहां से जो सिम खरीदे हैं उनकी भी जानकारी जुटा रहे हैं।

    पकड़ा जा चुका गिरोह

    13 अक्टूबर 2024 को साइबर ठगी करने वाले गिरोह का राजफाश किया जा चुका है। तब पुलिस ने 10 आरोपितों को गिरफ्तार किया था जो चौक कोतवाली क्षेत्र के रहने वाले हैं। यह लोग सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का झांसा देकर लोगों के बैंकों में खाते खुलवाकर डेबिट कार्ड व सिम झांसे से जुटा लेते थे जो पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड समेत कई राज्यों में चार से आठ हजार रुपये में बिक्री कर देते थे।

    पूर्व में यह अपनाया गया था तरीका

    गरीब व युवाओं को यह गिरोह अपने झांसे में फंसाता था।उनके खाते खुलवाने के लिए आधार, पैन कार्ड लेकर बैंक या ग्राहक सेवा केंद्र के माध्यम से खाते खुलवाते थे। खाता खुलने के बाद डेबिट कार्ड, पासबुक, बैंक में जुड़े मोबाइल नंबर वाला सिम ले लेते थे। गिरोह के सदस्य डेबिट कार्ड या फिर यूपीआइ के माध्यम से रुपये निकाल लेते थे।

     

    यह भी पढ़ें- मीटर में रीडिंग स्टोर मिलने पर लगेगा जुर्माना, शाहजहांपुर में कैलकुलेटर की डिस्प्ले से बनाए जा रहे थे फर्जी बिल