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    थाने की कुर्सी संभालते ही लिए बड़े फैसले! एक दिन की SHO परिधि ने सुनीं फरियादियों की समस्याएं

    Updated: Sat, 27 Sep 2025 02:43 PM (IST)

    शाहजहांपुर की 12वीं कक्षा की छात्रा परिधि को मिशन शक्ति फेज 5.0 के तहत एक दिन के लिए रामचंद्र मिशन थाने का प्रभारी बनाया गया। उन्होंने आत्मविश्वास के साथ कुर्सी संभाली थाने का निरीक्षण किया और लोगों की समस्याएं सुनीं। परिधि एनडीए में जाकर देश सेवा करना चाहती हैं और इस अनुभव से उनका आत्मविश्वास और मजबूत हुआ है। सीओ सिटी ने इस पहल को बालिकाओं के लिए प्रेरणादायक बताया।

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    एक दिन के लिए थाना प्रभारी बनीं परिधि, सुनीं फरियादियों की समस्याएं।

    जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर। सैन्य अधिकारी बनकर देश सेवा का लक्ष्य तय करने वालीं 12वीं कक्षा की छात्रा परिधि के लिए शनिवार का दिन काफी अहम रहा। मिशन शक्ति फेज 5.0 के तहत उन्हें एक दिन के लिए रामचंद्र मिशन थाने की प्रभारी बनाया गया।

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    तो पूर्ण आत्मविश्वास के साथ कुर्सी संभाली। थाने का निरीक्षण किया। लोगों की समस्याएं भी सुनी। वहां मौजूद स्टाफ को निस्तारण के निर्देश दिए।

    नवरात्र में मिशन शक्ति के तहत विभिन्न विभागों में महिलाओं व बालिकाओं को एक दिन के लिए अधिकारी का सांकेतिक दायित्व दिया जा रहा है। ताकि उनमें आत्मविश्वास को बढ़ावा मिले। जिम्मेदारी और नेतृत्व की भूमिका में वे स्वयं को देखें।

    अपने लक्ष्य की प्राप्ति व कार्य को बेहतर तरीके से करने में सक्षम बनें। इसी के तहत रायन इंटरनेशनल स्कूल की छात्रा परिधि को एक दिन के लिए थाना प्रभारी बनाया गया। उन्होंने जनसुनवाई में आए फरियादियों की समस्याएं सुनीं।

    प्रत्येक शिकायत का संज्ञान लेते हुए उन्होंने संबंधित स्टाफ व हल्का इंचार्ज को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। परिधि ने बताय कि वह एनडीए में जाना चाहती हैं ताकि देश सेवा कर सकें। आज प्रभारी निरीक्षक के रूप में कार्य करके पुलिस प्रशासन की वास्तविक कार्यप्रणाली को निकट से समझा।

    लोगों से संवाद स्थापित करने में उन्हें समस्या समाधान क्षमता के बारे में भी पता चला। उनका आत्मविश्वास और मजबूत हुआ। नेतृत्व क्षमता को और बेहतर बनाने पर भी ध्यान दिया है। यह अनुभव उनके जीवन में प्रेरणादायी साबित होगा।

    सीओ सिटी प्रियांक जैन ने कहा कि इस प्रकार की पहल से छात्राओं में यह विश्वास जागृत होता है कि समाज और प्रशासन उनके साथ है। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम अन्य बालिकाओं के लिए भी प्रेरणास्रोत बनेगा। उन्हें आगे बढ़ने की दिशा में प्रोत्साहित करेगा।

    परिधि ने दिखाया कि अवसर मिलने पर बालिकाएं प्रशासनिक स्तर पर भी सशक्त नेतृत्व क्षमता का परिचय दे सकती हैं। यह उनको सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।