डीडीसी कोर्ट का पेशकार 20 हजार रुपये घूस लेते गिरफ्तार, आपत्ति को खारिज करने के एवज में मांगे थे 70 हजार रुपये
कलेक्ट्रेट स्थित उप संचालक चकबंदी (डीडीसी) न्यायालय के पास गुरुवार को सादे वेश में भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम पहुंची। इस न्यायालय के पेशकार को एक पीड़ित व्यक्ति से चक को बनाए रखने व विपक्षी की आपत्ति को खारिज करने के एवज में 20 हजार रुपये घूस लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। आरोपित को लेकर कोतवाली खलीलाबाद में पहुंची। काफी देर तक पूछताछ की।

संतकबीर नगर: कलेक्ट्रेट स्थित उप संचालक चकबंदी (डीडीसी) न्यायालय के पास गुरुवार को सादे वेश में भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम पहुंची। इस न्यायालय के पेशकार को एक पीड़ित व्यक्ति से चक को बनाए रखने व विपक्षी की आपत्ति को खारिज करने के एवज में 20 हजार रुपये घूस लेते हुए गिरफ्तार कर लिया।
आरोपित को लेकर कोतवाली खलीलाबाद में पहुंची। काफी देर तक पूछताछ की। इसके बाद आरोपित के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराने के बाद जेल भेज दिया।
कोतवाली खलीलाबाद थाना के जंगलऊन (बलुअरा) गांव के गुलाम मुस्तफा का गांव में चक गाटा संख्या-1632 है। वह अपने चक को बनाए रखना चाहते हैं। वह इसके लिए चकबंदी अधिकारी (सीओ), बंदोबस्त अधिकारी भूमि (एसओसी) से अपनी पीड़ा सुना चुके थे।
विपक्षी ने कलेक्ट्रेट स्थित उप संचालक चकबंदी (डीडीसी) न्यायालय में आपत्ति की थी। इस पर वह यहां के पेशकार बस्ती जनपद के कप्तानगंज थाना के कटरा खुर्द गांव निवासी मुकेश यादव से मिले। पेशकार ने कहा कि विपक्षी उन्हें 80 हजार रुपये दे रहा है।
उनके निवेदन करने पर कुछ दिन पूर्व पेशकार ने उनसे चक को बनाए रखने व विपक्षी की आपत्ति को खारिज करने के एवज में 70 हजार रुपये की मांग की थी। इससे वह दुखित होकर भ्रष्टाचार निवारण संगठन बस्ती इकाई के अधिकारी से मिले। उन्हें पूरी बात बताई।
भ्रष्टाचार निवारण संगठन बस्ती इकाई के निरीक्षक उदय प्रताप सिंह यादव के नेतृत्व में टीम गुरुवार को कलेक्ट्रेट में पहुंची। डीडीसी न्यायालय के पास से शिकायतकर्ता गुलाम मुस्तफा से पेशकार को 20 हजार रुपये घूस लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। इन्हें लेकर कोतवाली खलीलाबाद थाने में पहुंची।
इनके विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज करवाया। इसके बाद जेल भेज दिया। कोतवाली प्रभारी ब्रजेश पटेल ने बताया कि आरोपित के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया है।
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