Sant Kabir Nagar News: बिजली कर्मी बोले, जब तक निजीकरण निरस्त नहीं होगा, जारी रहेगा आंदोलन
संत कबीर नगर में बिजली कर्मचारियों ने निजीकरण के विरोध में अधिशासी अभियंता कार्यालय पर धरना दिया। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने निजीकरण रद्द न होने तक आंदोलन जारी रखने की घोषणा की। इलेक्ट्रिसिटी (अमेंडमेंट) बिल-2025 को वापस लेने और उत्पीड़नात्मक कार्यवाही को रद्द करने की मांग की गई। पूर्वांचल और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के निर्णय का भी विरोध किया गया।

तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतीकरण के लिए किया गया है। जागरण
जागरण संवाददाता, संतकबीर नगर। खलीलाबाद शहर के बैंक रोड स्थित अधिशासी अभियंता कार्यालय परिसर में गुरुवार को शाम के चार बजे बिजली कर्मियों ने धरना दिया। निजीकरण के विरोध में नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारी सुनील प्रजापति व नारायण चंद्र चौरसिया ने कहा कि जब तक निजीकरण की प्रक्रिया निरस्त नहीं की जाएगी,तब तक उनका आंदाेलन जारी रहेगा।
संयुक्त संघर्ष समिति के इंजीनियर राजेश कुमार ने कहा कि संपूर्ण पॉवर सेक्टर के निजीकरण के लिए लाए गए इलेक्ट्रिसिटी(अमेंडमेंट)बिल-2025 को तत्काल वापस लिया जाए।
पदाधिकारी इंजीनियर पंकज कुमार ने कहा कि आंदोलन के चलते बिजली कर्मियों पर की गई सभी उत्पीड़नात्मक कार्यवाही को वापस लिया जाए। पदाधिकारी इंजीनियर धनंजय सिंह ने कहा कि पूर्वांचल व दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण का निर्णय पावर कॉरपोरेशन प्रबंधन द्वारा एक वर्ष पूर्व घाटे के गलत आंकड़ों के आधार पर लिया गया था।
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आंदोलन के चलते अल्प वेतनभोगी संविदा कर्मियों को निकाल दिया गया है। फेशियल अटेंडेंस के नाम पर कर्मियों का वेतन रोक कर रखा गया। 87 विद्युत अभियंताओं को चार्ज शीट दी गई,उनका प्रमोशन रोक दिया गया है।
धरना-प्रदर्शन में अटेवा के जिलाध्यक्ष दिनेश चौहान, जिला मंत्री हरिकिशोर सिंह,उपाध्यक्ष उदयराज यादव, सफाई कर्मी संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय शर्मा सहित अन्य कर्मी शामिल रहे।

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