संभल को संभालने के लिए सीएम योगी का सुरक्षाचक्र! न राहुल-न सपा नेता कर पाए एंट्री, राकेश टिकैत को भी रोका
Sambhal Violence संभल में हिंसा के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को संभल जाने से रोक दिया गया है। किसान नेता राकेश टिकैत को भी यूपी पुलिस ने मथुरा के पास रोक लिया है। संभल में 10 कंपनी पीएसी और आरएएफ तैनात है। किसी भी बाहरी व्यक्ति को जिले में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में राजनीतिक तापमान इन दिनों बढ़ा हुआ है। जहां एक तरफ संभल हिंसा के बाद राजनीतिक टूरिज्म अपनी परिधी को बढ़ा रहा है। वहीं दूसरी तरफ दिल्ली बॉर्डर पर हो रहे किसान आंदोलन की आंच भी उत्तर प्रदेश में पहुंच चुकी है।
बुधवार को कांग्रेस नेता और रायबरेली सांसद राहुल गांधी-प्रियंका गांधी के साथ संभल जाने की जोर आजमाइश करते दिखाई दिए। तो दूसरी तरफ किसान नेता राकेश टिकैत उत्तर प्रदेश से बाहर निकल दिल्ली की सीमा में दाखिल होने के लिए प्रयासरत रहे।
इस पूरी रस्साकसी में उत्तर प्रदेश पुलिस के पसीने छूट गए। लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मैनेजमेंट और यूपी पुलिस की मुस्तैदी के कारण दोनों ही नेताओं के मंसूबे कामयाब न हो सके। जानते हैं संभल को संभालने के लिए सीएम योगी का सुरक्षाचक्र कितना मजबूत है...
संभल में जिलाधिकारी राजेंद्र पेंस्या द्वारा जारी 163 BNSS के आदेश के तहत 10 दिंसबर तक बाहरी लोगों के आवागमन पर रोक लगाई गई है। डीएम के आदेश के बाद जिले की सीमा पर पुलिस फोर्स पूरी तरह से मुस्तैद है।
एसपी के.के. बिश्नोई ने बताया कि संभल में 10 कंपनी पीएसी और आरएएफ है, जिसका उपयोग रोजाना गश्त और संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था के लिए किया जा रहा है। वहीं किसी भी प्रकार की हरकत से बचने के लिए आसपास के जिलों से भी पुलिस फोर्स बुलाया गया है। उपद्रवियों के खिलाफ पुलिस एनएसए की कार्रवाई कर रही है।
सपा प्रतिनिधिमंडल को रोका
24 नवंबर को संभल में हुई हिंसा की रिपोर्ट लेने के लिए 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को समाजवादी पार्टी के मुखिया ने अखिलेश यादव ने भेजा था। इस प्रतिनिधिमंडल में माता प्रसाद पांडेय, श्याम लाल पाल के अलावा सांसद हरेन्द्र मलिक, रूचि वीरा, इकरा हसन, जियाउर्रहमान बर्क समेत कई बड़े नेता शामिल थे। लेकिन पुलिस ने कई नेताओं को नजरबंद कर दिया। वहीं इकरा हसन समेत कुछ नेता बॉर्डर पर पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें दिल्ली वापस भेज दिया।
दो दिसंबर को कांग्रेस नेता अजय राय संभल में मारे गए लोगों के परिजन से मुलाकात को जाने वाले थे। लेकिन लखनऊ पुलिस ने उन्हें नोटिस जारी कर हिंसा प्रभावित संभल का दौरा न करने को कहा। हालांकि उन्होंने पुलिस की बात स्वीकार कर ली।
राहुल गांधी को पुलिस ने रोका
आज चार दिंसबर को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी संभल जाने के लिए आगे बढ़े तो यूपी पुलिस ने उन्हें गाजीपुर बॉर्डर पर ही रोक लिया। काफी देर तक जदोजहद के बाद दोनों कांग्रेस नेता अपने तमाम समर्थकों के साथ वापस दिल्ली लौट गए।
वहीं किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए दिल्ली जा रहे किसान नेता राकेश टिकैत को उत्तर प्रदेश पुलिस ने मथुरा के पास टप्पल में रोक लिया। वहीं किसान नेता तालान को पुलिस ने नजरबंद कर दिया है। टिकैत को पुलिस थाने ले आई। इसके बाद से किसानों की संख्या थाने पर बढ़ती जा रही है। बड़ी संख्या में किसान थाने पहुंचे हैं।
24 नवंबर को संभल में हुआ था बवाल
19 नवंबर को आठ लोगों की ओर से सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन की ओर से सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत में दावा पेश किया था। इसमें कहा गया था कि हरिहर मंदिर तोड़कर जामा मस्जिद का निर्माण कराया गया है। इसको लेकर अदालत ने सर्वे का आदेश दिया था। उसी दिन सर्वे कराया गया, लेकिन रात होने और भीड़ लगातार बढ़ने के कारण इसे बाद में पूरा करने का निर्णय एडवोकेट कमिश्नर द्वारा लिया गया।
24 नवंबर की सुबह दोनों पक्षों के लोगों के साथ एडवोकेट कमिश्नर रमेश सिंह राघव टीम के साथ पहुंच गए थे, तभी सर्वे का विरोध करते हुए भीड़ ने पुलिस के ऊपर पथराव कर दिया। फायरिंग भी हुई जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी। कई पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी भी घायल हुए थे। पुलिस ने 37 ज्ञात व 3750 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद 250 पत्थरबाजों के पोस्टर जारी किए थे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।