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    Sambhal Violence: राहुल गांधी गाजीपुर बॉर्डर से वापस लौटे, पढ़िए पूरे घटनाक्रम की 10 बड़ी बातें

    Updated: Wed, 04 Dec 2024 03:08 PM (IST)

    Sambhal Violence संभल में सर्वे के दौरान हुई हिंसा के बाद राहुल गांधी को जिले में प्रवेश करने से रोक दिया गया है। प्रियंका गांधी भी उनके साथ थीं। अखिलेश यादव ने भी इस घटनाक्रम पर टिप्पणी की है। जानकारी के लिए बता दें कि संभल में बवाल के बाद जिलाधिकारी ने बाहरियों के प्रवेश पर रोक लगाई हुई है।

    राहुल गांधी को लौटना पड़ा वापस- जागरण

    डिजिटल डेस्क, लखनऊ। कांग्रेस नेता राहुल गांधी को संभल जाने की अनुमति नहीं मिली है। ऐसे में उन्हें गाजीपुर बॉर्डर से वापस जाना पड़ा है। उनके साथ प्रियंका गांधी भी थीं। बता दें कि हिंसा प्रभावित संभल में 10 दिसंबर तक बाहरी लोगों के आने पर प्रतिबंध है। रोक के बावजूद राहुल गांधी संभल जाकर बावल में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलना चाहते थे।

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    उन्होंने गाजीपुर बॉर्डर पर रोके जाने पर कहा कि हम लोग संभल जाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन पुलिस इजाजत नहीं दे रही है। विपक्ष के नेता के तौर पर वहां जाना मेरा अधिकार है लेकिन मुझे रोका जा रहा है। मैं पुलिस के साथ जाने के लिए तैयार हूं। इसके बाद भी वह मानने को तैयार नहीं हैं।

    राहुल गांधी ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह विपक्ष के नेताओं के अधिकारों के खिलाफ है मुझे संभल जाने देना चाहिए। गाजीपुर से वापस जाना बहुत ही निराशाजनक है, यह संविधान के खिलाफ है। मुझे मेरे संवैधानिक अधिकार नहीं दिए जा रहे हैं, यह नया भारत है। यह संविधान को नष्ट करने वाला भारत है लेकिन हम इनके खिलाफ लड़ते रहेंगे।

    वही प्रियंका वाड्रा गांधी ने कहा कि राहुल नेता प्रतिपक्ष हैं। उनका संवैधानिक अधिकार है जो उन्हें नहीं मिला है।  उन्हें संभाल जाने की अनुमति दी जानी चाहिए थी। पुलिस हम लोग को रोक रही है लेकिन वाजिब सवाल करने पर भी उनके पास कोई जवाब नहीं है। आइए हम आपको पूरे घटना चक्र की 10 प्रमुख बातें बताते हैं..

    1-सर्वे के दौरान बवाल

    उत्तर प्रदेश के संभल जिले में जामा मस्जिद में सर्वे के लिए एडवोकेट कमिश्नर की अगुवाई में रविवार सुबह टीम पहुंची। टीम पहुंचने के बाद स्थानीय लोगों का पुलिस के साथ धक्का मुक्की हुई। कुछ देर में लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया, जिससे इलाके में तनाव पैदा हो गया। पुलिस ने स्थिति काबू करने के लिए हवाई फायरिंग और आंसू गैस के गोले दागे।

    2-क्या है विवाद

    वरिष्ठ अधिवक्ता विष्णु जैन ने अपने पिता व वरिष्ठ अधिवक्ता हरिशंकर जैन सहित आठ लोगों की ओर से 19 नवंबर को सिविल जज यानी सीनियर डिवीजन में दायर किया। उनका दावा है कि संभल की शाही जामा मस्जिद हरिहर मंदिर है। कोर्ट ने वरिष्ठ अधिवक्ता रमेश राघव को सर्वे करने के लिए एडवोकेट कमिश्नर नियुक्त किया है। कोर्ट ने सर्वे का वीडियोग्राफी व फोटोग्राफी का भी आदेश दिया था। इसी सर्वे के दौरान संभल में बवाल हुआ है।

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    3-पथराव फायरिंग और आगजनी

    सर्वे करने के दौरान मस्जिद के चारों तरफ मुस्लिम संप्रदाय के लोग जुट गए। वे हथियार लेकर पुलिस पर हमलावर हो गए। फायरिंग हुई और लाठी डंडे भी चल गए। वाहनों में तोड़फोड़ के दृश्य भी देखे गए। उनकी यह करतूत कमरे में कैद ना हो इसलिए उन्होंने सीसीटीवी कैमरे भी तोड़ दिए। इस घटना का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि फायरिंग के बाद खाली हुए कारतूस के खोखे नाली में पड़े हुए थे। सड़कों पर पत्थरों का ढेर था जो कि बवाल के मंजर की गवाही दे रहा था।

    4-छर्रे व पत्थर लगने से पुलिसकर्मी घायल

    संभल में जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान हुए बवाल में पत्थर लगने से कलेक्टर व डिप्टी कलेक्टर सहित 20 से अधिक पुलिसकर्मी घायल भी हो गए थे। बताया जा रहा है कि रविवार सुबह 7:00 बजे सर्वे के लिए टीम मस्जिद पहुंच गई। उसके बाद इसकी सूचना मिलते ही मुस्लिम संप्रदाय के लोग एकत्र हुए और फिर बवाल करने पर उतारू हो गए देखते ही देखते फायरिंग व आगजनी तक बात पहुंच गई।

    5-स्कूल इंटरनेट बंद, आरोपियों के ऊपर लगेगा NSA

    जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान हुए बवाल के कारण चार लोगों की मौत भी हो गई। पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई ने जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुए बवाल के बाद कोतवाली में प्राथमिक की दर्ज कराई। इसके लिए बावल में घायल हुए पुलिस कर्मियों के बयान भी दर्ज कराए गए हैं। उन्होंने कहा कि बवाल में शामिल लोगों के खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई की जाएगी। घटना के बाद अतिरिक्त फोर्स मंगाया गया, मोबाइल की इंटरनेट सर्विस बंद कर दी गई। वहीं अगले दिन सोमवार को स्कूल भी बंद रखा गया।

    6-बाहरियों पर बैन

    संभल में बवाल के बाद डीएम ने जिले में बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी। जिससे कोई बाहरी आकर भीड़ को उग्र ना कर सके। उपद्रव के दौरान पुलिस की ओर से रबर बुलेट, आंसू गैस के गोली भी छोड़े गए थे। इसके बाद भी उपद्रवी काबू में नहीं आ रहे थे।

    7-जामा मस्जिद के सदर जफर अली समेत 20 से अधिक हिरासत में

    संभल जिले में हिंसा भड़काने के मामले में पुलिस ने संभल लोकसभा के सांसद जियाउर्रहमान बर्क, सदर विधायक इकबाल महमूद के बेटे सोहेल इकबाल और अन्य पांच लोगों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई। इसके अलावा 20 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया और 400 अज्ञात के विरुद्ध भी रिपोर्ट दर्ज की गई।

    8-सात FIR, 25 को जेल

    मस्जिद के सर्वे को लेकर हुई हिंसा मामले में पुलिस ने 3750 से अधिक लोगों के खिलाफ साथ प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस ने 25 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जबकि 200 से अधिक लोगों को हिरासत में रखा।

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    9-उपद्रवियों के जारी किए गए पोस्टर

    संभल जिला पुलिस ने हिंसा के दौरान सीसीटीवी में कैद उपद्रवियों के 250 से अधिक पोस्टर जारी किए, जिनमें से कुछ की पहचान भी की जा चुकी है। पुलिस के अनुसार संभल हिंसा में नुकसान की भरपाई भी इन्हीं उपद्रवियों से की जाएगी।

    10-जांच के लिए रिटायर्ड जज और IAS-IPS की टीम गठित

    24 नवंबर को जमा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा के लिए राज्य सरकार ने तीन सदस्य न्यायिक जांच आयोग का गठन किया है। आयोग की अध्यक्षता इलाहाबाद हाईकोर्ट के सेवानिवृत न्यायाधीश देवेंद्र कुमार अरोड़ा करेंगे जिसमें एक सेवानिवृत आईएएस और पूर्व डीजीपी शामिल हैं।