संभल हिंसा: सांसद बर्क के आवास पर SIT की दस्तक, देर रात दिल्ली में थमाया नोटिस
हिंसा में आरोपित सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क को नोटिस (बीएनएसएस 35) देने के लिए एसआइटी ने सोमवार को उनके आवास पर दस्तक दी। पड़ोसियों ने टीम को सांसद और उनके स्वजन के दिल्ली में होने की जानकारी दी। लिहाजा टीम देर रात दिल्ली पहुंच गई। पुलिस ने दिल्ली में सांसद को नोटिस थमा दिया है। सांसद हिंसा में गिरफ्तारी को लेकर हाई कोर्ट के स्टे पर है।

जागरण संवाददाता, संभल। हिंसा में आरोपित सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क को नोटिस (बीएनएसएस 35) देने के लिए एसआइटी ने सोमवार को उनके आवास पर दस्तक दी। पड़ोसियों ने टीम को सांसद और उनके स्वजन के दिल्ली में होने की जानकारी दी। लिहाजा टीम देर रात दिल्ली पहुंच गई। पुलिस ने दिल्ली में सांसद को नोटिस थमा दिया है। सांसद हिंसा में गिरफ्तारी को लेकर हाई कोर्ट के स्टे पर है।
#WATCH | Delhi: Samajwadi Party MP from Sambhal Zia ur Rehman Barq says, "I have received the notice given to me under Section 35(3)... Since I am a citizen of this country and also an MP, I have assured the police of full cooperation during the investigation." https://t.co/3ba4zBZM92 pic.twitter.com/Q263enI3fP
— ANI (@ANI) March 25, 2025
एसआइटी को सांसद के आवास पर कोई नहीं मिला
एएसपी श्रीश्चंद्र ने बताया कि एसआइटी को सांसद के आवास पर कोई नहीं मिला है। इधर, जामा मस्जिद इंतेजामिया कमेटी के सदर एडवोकेट जफर अली की गिरफ्तारी के विरोध में जिला बार एसोसिएशन ने 27 मार्च तक कलमबंद हड़ताल का एलान किया है। 27 को ही जिला जज की अदालत में जफर अली की जमानत अर्जी पर सुनवाई है।
जफर अली की गिरफ्तारी पूरी तरह अन्यायपूर्ण- वकील
अधिवक्ताओं का कहना है कि जफर अली की गिरफ्तारी पूरी तरह अन्यायपूर्ण है और पुलिस ने उन्हें बदले की भावना से गिरफ्तार किया है। इस दौरान अधिवक्ताओं ने शहर में जुलूस भी निकाला। एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि सांसद दिल्ली में मिले। टीम ने उन्हें वहीं पर नोटिस दे दिया है।
जामा मस्जिद के सर्वे के विरोध में 24 नवंबर, 2024 को हुई हिंसा में चार लोगों की मौत हुई थी, 30 अधिकारी व पुलिसकर्मी घायल हुए थे। मामले में सात प्राथमिकी पुलिस ने दर्ज कराई, चार मृतकों के स्वजन और एक प्राथमिकी घायल की ओर से कराई गई थी। पुलिस की ओर से दर्ज छह प्राथमिकी में चार्जशीट लग चुकी है।
सांसद बर्क पर लटकी तलवार
दारोगा दीपक राठी की ओर से दर्ज एक मुकदमे (अपराध संख्या 335/24) में चार्जशीट नहीं लगी है। इसी में सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल नामजद और 700-800 अज्ञात आरोपित हैं। जांच के बाद इसी मामले में 23 मार्च को जफर अली की गिरफ्तारी हुई है। हाई कोर्ट ने सांसद बर्क की याचिका पर गिरफ्तारी पर स्टे देने के साथ जांच में सहयोग करने को कहा है।
जेल में जफर अली की जान को खतरा
जफर अली के बड़े भाई एडवोकेट ताहिर अली ने कहा है कि मुरादाबाद जेल में जफर अली से मुलाकात नहीं होने दी जा रही है। उनके साथ अपराधी वाला व्यवहार किया जा रहा है। जेल में जफर अली की जान को भी खतरा है। वह 70 वर्षीय हैं। जेल में न तो उन्हें दवा दी जा रही है और न ही चादर आदि की व्यवस्था है।
नेजा मेले को लेकर चौकसी
संभल में नेजा मेले को लेकर मंगलवार को पुलिस सतर्क रही। मेला स्थल पर पुलिस-पीएसी की तैनाती रही। कुछ दुकानदार आए, उन्हें पुलिस ने लौटा दिया। होली के बाद दूसरे मंगलवार यानी 25 मार्च से तीन दिवसीय नेजा मेला लगता है। एएसपी श्रीश्चंद्र का कहना है कि किसी भी प्रकार के मेले का आयोजन नहीं किया गया है। पूरी तरह शांति कायम है।
जितना जुल्म करेंगे, उतना मजबूत होगा हौसला : बर्क
सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने एक बयान में कहा है कि जामा मस्जिद के सदर जफर अली को गिरफ्तार करना जमीर को झकझोरने वाला है। जितना जुल्म करेंगे, उतना ज्यादा लोगों का हौसला मजबूत होगा। प्रदेश और देश में देखा जा रहा है कि संभल में अधिकारी किस तरह कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं।
जफर अली ने कोई गलती नहीं की। उनकी गलती सिर्फ इतनी है, उन्होंने प्रेस के सामने अपना सच उजागर कर दिया। उन्हें न्यायिक जांच आयोग के सामने बयान दर्ज नहीं करने दिए गए। लोग दबेंगे नहीं, कानून से काम लेंगे।
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