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    संभल हिंसा के मास्टरमाइंड शारिक साठा के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी, दुबई में छिपे होने की आशंका

    Updated: Thu, 18 Sep 2025 06:52 PM (IST)

    संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के विरोध में हुई हिंसा के मास्टरमाइंड शारिक साठा पर पुलिस ने शिकंजा कसा है। उसकी गिरफ्तारी के लिए लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। 2020 में फर्जी पासपोर्ट बनवाकर दुबई भाग गया था। हिंसा में चार लोगों की हत्या में पुलिस को उसकी तलाश है। पुलिस उसके गुर्गों को गिरफ्तार कर चुकी है। साठा दुबई में बैठकर वाहन चोरी करा रहा था।

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    संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के विरोध में 24 नवंबर 2024 को हुई थी हिंसा।

    ओम प्रकाश शंखधार, संभल। जामा मस्जिद के सर्वे के विरोध में 24 नवंबर, 2024 को हुई हिंसा के मास्टरमाइंड अंतरराष्ट्रीय ऑटो लिफ्टर शारिक साठा पर पुलिस ने शिकंजा कस दिया है। उसकी गिरफ्तारी के लिए लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। हिंसा के दौरान चार लोगों की हत्या में पुलिस को उसकी तलाश है। साठा 2020 में दिल्ली के पते पर फर्जी पासपोर्ट बनवाकर दुबई भाग गया था।

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    मूल रूप से संभल के रहने वाले साठा का 2016 में संभल के पते पर भी एक पासपोर्ट बना था। पुलिस उसके गुर्गे गुलाम और मुल्ला अफरोज को हिंसा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस पूछताछ में दोनों ने अपने बास (शारिक साठा) के कहने पर फायरिंग और आगजनी करना स्वीकार किया है। साठा के बारे में पुलिस गुर्गों के अलावा उसकी पत्नी रोशन से भी पूछताछ कर चुकी है। सभी विभिन्न एप के माध्यम से उसके संपर्क में मिले हैं। पता चला है कि साठा दुबई में बैठकर ही अपने गुर्गों के माध्यम से लग्जरी वाहनों की चोरी और बिक्री करा रहा था। संभल में कई बार चोरी के बडी संख्या में वाहन पकड़े गए।

    दो साल से पुलिस की सख्ती की वजह से यह काम धीमा पड़ने पर उसने हिंसा का षड्यंत्र रचा। अपने गुर्गों को विदेशी हथियार लेकर भेजा और उनसे फायरिंग कराई, इसमें चार लोगों की मौत हुई। हिंसा में 30 अधिकारी व पुलिसकर्मी घायल हुए थे। पुलिस को सर्च अभियान के दौरान पाकिस्तान और अमेरिका के हथियार और कारतूस भी मिले थे। हिंसा के पीछे साठा का मानना था कि इससे पुलिस अधिकारी बैकफुट पर आ जाएंगे और उसका वाहन चोरी का धंधा बेरोकटोक चल सकेगा।

    हिंसा में सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क सहित 37 नामजद व 3750 अज्ञात आरोपित हैं। जिनमें 97 को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। हिंसा की 12 प्राथमिकी में 11 में चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है। सांसद गिरफ्तारी को लेकर हाई कोर्ट के स्टे पर हैं। वरिष्ठ अधिवक्ता पीके गोस्वामी का कहना है कि लुकआउट नोटिस आरोपितों के देश से भागने और विदेश से आने पर गिरफ्तारी करने के लिए जारी किया जाता है।

    दिल्ली, उत्तराखंड पुलिस को भी तलाश

    शाकिर साठा पर 30 मुकदमे संभल, पांच मुरादाबाद, बरेली, अमरोहा, मुजफ्फरनगर, मेरठ और हरिद्वार में एक-एक मुकदमा, हापुड़ में दो गौतमबुद्धनगर में तीन व दिल्ली में 14 मुकदमे दर्ज हैं। इनमें अधिकांश वाहन चोरी के हैं। इसके अलावा डकैती, लूट, गैंग्सटर और बवाल कराने के भी मामले हैं। अधिकांश मुकदमों में साठा वांछित चल रहा है। वह पूर्व में पाकिस्तान खुफिया एजेंसी आइएसआइ के लिए वाहन चोरी और नकली नोटों से भी जुड़ा रहा है। एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि शारिक साठा के देश से बाहर होने की जानकारी मिली है। इसलिए लुक आउट नोटिस जारी किया गया है।

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