संभल हिंसा में बड़ा खुलासा, पाकिस्तानी मौलानाओं के संपर्क में हैं युवा; मोबाइल से मिली संदिग्ध चैट
संभल के एक युवक का पाकिस्तानी मौलानाओं से संपर्क का खुलासा हुआ है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। जांच में सामने आया है कि युवक यूट्यूब चैनल के जरिए मौलानाओं से बातचीत कर रहा था। पुलिस अब पाकिस्तानी संपर्क में आने वाले अन्य युवाओं की तलाश कर रही है। एसपी ने बताया कि युवक पर रासुका की कार्रवाई की जाएगी।
जागरण संवाददाता, संभल। संभल के युवा यूट्यूब चैनल के माध्यम से पाकिस्तानी मौलानाओं के संपर्क में हैं। पुलिस ने बहजोई के आकिल को गिरफ्तार कर इसका राजफाश किया है। 16 जनवरी को प्रसारित वीडियो में इंजीनियर मोहम्मद अली मिर्जा नाम के मौलाना से आकिल बात कर रहा था। वीडियो में वह संभल हिंसा के मृतकों को शहीद का दर्जा देने के बारे में पूछ रहा था।
गिरफ्तारी के बाद आकिल ने पुलिस को बताया कि पाकिस्तान का बिलाल शाहिद एंड वाहिद नाम से चैनल चलाता है। उसके लिंक शेयर किए जाते हैं। मौलानाओं से ऑनलाइन बात कराई जाती है। पुलिस आरोपित से पाकिस्तानी संपर्क में आने और स्थानीय अन्य लोगों के बारे में पता कर रही है।
लगाया जाएगा रासुका
एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि आकिल के 24 नवंबर, 2024 को जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर हुई हिंसा में भी शामिल होने का पता चला है। उस पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) भी लगाया जाएगा। पाकिस्तानी मौलाना के संपर्क में रहने वाले अन्य युवाओं के बारे में जानकारी की जा रही है।
मौलाना द्वारा कानून हाथ में नहीं लेने की बात कहीं जा रही है। बाद में मौलाना ने कहा मुस्लिम थे तो शहीद ही माने जाएंगे। पुलिस की जांच में वीडियो में दिख रहा मौलाना के पाकिस्तानी होने की पुष्टि हुई। आकिल के मोबाइल से संदिग्ध चेट भी मिली है। जिस लिंक से बात की जा रही थी, वह भी डिलीट कर दिया गया है।
पुलिस मोबाइल की जांच के साथ लिंक को भी रिकवर कराएगी। एएसपी श्रीश्चंद्र के अनुसार आकिल का परिवार बरेलवी मसलक को मानने वाला है। जबकि, आकिल खुद को इससे अलग मानता है। आकिल कक्षा आठ तक पढ़ा है। सबसे बड़ा भाई मुंबई के अस्पताल में पर्ची काटने का काम करता है। सबसे छोटा भाई पढ़ रहा है। पिता वाहन चालक हैं। आकिल भी एसी मैकेनिक की दुकान पर काम करता है।
पांच मिनट 48 सेकेंड का वीडियो
वीडियो में मौलाना और आकिल के अलावा एक अन्य युवा भी दिख रहा है। उसे होस्ट माना जा रहा है। वीडियो में आकिल मौलाना को पहले अपना परिचय देता था। फिर पूछता है कि हमारे यहां 300-400 साल पुरानी मस्जिद में सर्वे हुआ था। गैर मुस्लिम उसे मंदिर बता रहे हैं। इसके सर्वे के वक्त पब्लिक भड़क गई। पथराव होने पर फोर्स ने फायरिंग कर दी। इसमें तीन-चार बंदे मारे गए हैं।
क्या हम उन्हें शहीद कहें?
हमने खुद कानून हाथ में नहीं लिया है। जो कानून हाथ में ले रहे हैं, पुलिस भी उनकी साइड में है। मौलाना पहले अदालत जाने का रास्ता बताता है। फिर कहता है कि मुस्लिम जो भी मारा जाएगा, मैं उसे शहीद ही कहूंगा।
एएसआइ की टीम ने बावड़ी की नापजोख की
चंदौसी में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) की टीम ने बावड़ी का जायजा लिया। बावड़ी की भूमिगत दूसरी मंजिल पर गैस निकलने की वजह से 25 दिन से खोदाई बंद चल रही है। उस पर तिरपाल ढक दिया गया है। एएसआइ की टीम ने तिरपाल हटवाकर नीचे जाकर भी देखा। उसकी नपाई भी की। इधर, बावड़ी की भूमि पर बने मकान का हिस्सा ध्वस्त करा दिया गया है। मकान स्वामी ने बाकी हिस्से को बनवाना शुरू कर दिया है।
21 दिसंबर को एक शिकायत पर डीएम डॉ. राजेन्द्र पैंसिया ने खाली पड़े प्लाट की खोदाई शुरू कराई। उसमें दो मंजिला बाव़ड़ी निकली। बावड़ी की ऊपर की मंजिल को ध्वस्त कर कब्जा कर लिया गया था। स्थिति यह थी कि 400 वर्ग मीटर बावड़ी मि में 290 वर्गमीटर हिस्से पर कब्जा कर लिया गया था।
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