संभल में फर्जी वोटों की जांच करने गए अफसरों के सामने बवाल, दो पक्षों में चले धारदार हथियार, अधिकारियों ने कमरे में बंद हो बचाई जान
गांव बिलालपत में फर्जी वोटर बनवाने के मामले की जांच के दौरान डिप्टी कलक्टर नीतू रानी और नायब तहसीलदार के सामने शिकायतकर्ता और आरोपित पक्ष में व ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, संभल। गांव बिलालपत में फर्जी वोटर बनवाने के प्रकरण की जांच करने गईं डिप्टी कलक्टर नीतू रानी व नायब तहसीलदार सहित अन्य कर्मियों के सामने शिकायतकर्ता और आरोपित पक्ष के लोगों में विवाद हो गया। हालात इतने बिगड़ गए कि दोनों पक्षों ने अधिकारियों के सामने ही मारपीट शुरू कर दी। धारदार हथियार से हमला कर दिया और कुर्सियां भी जमकर चलीं। अधिकारियों ने कमरे में बंदकर अपनी जान बचाई।
इस प्रकरण में पुलिस ने प्रधान पति सहित पांच आरोपितों को नामजद करते हुए नौ के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की है। ग्राम प्रधान के पति मोहम्मद कमर की शिकायत पर फर्जी मतदाता बनाने का खेल पकड़ा गया था। इस प्रकरण की जांच डिप्टी कलक्टर नीतू रानी को सौंपी गई है। हाल ही में डीएम के आदेश पर लेखपाल की तहरीर पर फर्जी वोट बनवाने के आरोप में 48 लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी भी दर्ज की गई थी।
डिप्टी कलक्टर के नेतृत्व में जांच के लिए गांव गई थी टीम
मंगलवार को डिप्टी कलक्टर के नेतृत्व में टीम जांच के लिए गांव गई थी। यहां शिकायतकर्ता के साथ-साथ दूसरे पक्ष के लोग भी मौजूद थे। गांव के आबिद का आरोप है प्रधान पति अपने कुछ साथियों के साथ मौके पर पहुंचे और गाली-गलौज करने लगे। इसी बात को लेकर विवाद हो गया। आरोप है कि प्रधान पति मोहम्मद कमर, रफाजुल, जफरुल, अय्यूब व रिफाकत ने अपने चार अज्ञात लोगों के साथ मिलकर आबिद व उसके भाई माजिद पर धारदार हथियार से हमला करते हुए मारपीट शुरू कर दी।
सभागार में मौजूद कुर्सियां उठाकर भी फेंकी। इससे सभागार में अफरा-तफरी मच गई। सकते में आए अधिकारियों ने सभागार के एक कमरे में घुसकर खुद को सुरक्षित किया। जानकारी मिलने पर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और बवाल की स्थिति को शांत किया।

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