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    बिजली चोरी के आरोपों का जवाब नहीं दे पाए संभल के सांसद जिया उर्रहमान बर्क, सात मार्च तक का मिला अल्टीमेटम

    Updated: Sun, 23 Feb 2025 12:23 PM (IST)

    संभल के सांसद जिया उर्रहमान को अब अपना जवाब दाखिल करने के लिए 7 मार्च तक का समय दिया गया है। विभाग की ओर से सांसद के अधिवक्ता द्वारा दिए गए पत्र पर उन्हें राहत देते हुए यह समय सीमा दी गई है। इससे पहले सांसद के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराते हुए 1.91 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया गया था।

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    Sambhal News: संभल के सांसद हैं जिया उर्रहमान बर्क।

    जागरण संवाददाता, संभल। बिजली चोरी के मामले में अब सांसद को सात मार्च तक अपना जवाब दाखिल करना होगा। विभाग की ओर से सांसद के अधिवक्ता द्वारा दिए गए पत्र पर उन्हें राहत देते हुए यह समय सीमा दी गई है।

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    मालूम हो कि बिजली चेकिंग अभियान के दौरान 19 दिसंबर को सांसद जिया उर्रहमान के यहां बिजली चोरी की बात सामने आयी थी। इस मामले में विभाग की ओर से सांसद के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराते हुए 1.91 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया गया था। इस प्राथमिकी दर्ज होने के बाद भी सांसद की ओर से विभाग में कोई जवाब दाखिल नहीं किया गया।

    इस पर विभाग की ओर से उन्हें नोटिस जारी किया गया, लेकिन इसके बाद भी उनके द्वारा कोई जवाब नहीं दिया गया। शनिवार को पूर्व में दिए गए नोटिस का अंतिम दिन था, जिस पर विभाग की ओर से उनके द्वारा जवाब न दिए जाने पर कार्रवाई की तैयारी के प्रयास शुरू किए, लेकिन उससे पहले ही सांसद के अधिवक्ता ने विभागीय अधिकारियों को पत्र लिखकर जवाब दाखिल करने के लिए 15 दिन का समय मांगा था।

    सांसद के आवास पर लगाया गया था स्मार्ट मीटर। फाइल

    अब सात मार्च तक का दिया समय

    ऐसे में विभाग की ओर से अब उन्हें सात मार्च तक का समय देते हुए उनसे जवाब दाखिल करने के लिए कहा गया है। विभाग की ओर से अधिशासी अभियंता नवीन गौतम ने बताया कि सांसद के अधिवक्ता की ओर से पूर्व में दिए गए नोटिस के आधार पर सात फरवरी को समय मांगा था, जिसका आज अंतिम दिन था। मगर अब उनके अधिवक्ता ने समय मांगा तो उन्हें सात मार्च तक का समय दिया गया है।

    चेकिंग का असर, बिजली चोरी पर अंकुश तो खपत में आई कमी

    बिजली विभाग की ओर से चोरी को रोकने के लिए नगर क्षेत्र में विशेष अभियान भी चलाया गया, जिससे उपभोक्ताओं को सुचारू आपूर्ति के साथ राजस्व हानि को रोका जा सके। ऐसे में विभाग की मेहनत व रणनीति भी काम आयी। जहां सितंबर से अब तक करीब 1659 बिजली चोरी के मामले पकड़े जाने के साथ ही करीब 10.02 करोड़ रुपये के जुर्माना लगाया गया है, जिसके सापेक्ष चार माह में 78.90 लाख रुपये का जुर्माना वसूला गया है।

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    कनेक्शन के लिए आवेदन करने लगे लोग

    इतना ही नहीं बिजली चोरी पकड़े जाने से लोगों में खलबली मची तो उन्होंने अपना ढर्रा बदला और कनेक्शन के लिए आवेदन किया, जिससे अचानक नए कनेक्शन के आवेदनों की संख्या भी बढ़ गई और ऐसे में 1835 लोगों ने नए कनेक्शन के लिए आवेदन भी किया। चोरी रोकने को अभियान और नए कनेक्शन जारी करने से विभाग को राजस्व क्षति भी बच गई, जिसमें पिछले वर्ष के आपेक्षा करीब 24 मिलियन यूनिट की खपत कम हुई।