Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Ganga Expressway के किनारे इंडस्ट्रियल कॉर‍िडोर के विकास में संभल यूपी में सबसे आगे, 93 प्रतिशत भूमि अधिग्रहण पूरा

    Updated: Mon, 29 Sep 2025 05:23 PM (IST)

    गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक गलियारे के विकास में संभल जिला प्रदेश में सबसे आगे है। यहां खिरनी मोहिउद्दीनपुर के निकट 93% भूमि का अधिग्रहण हो चुका है। प्रशासनिक स्तर पर निवेशकों को आकर्षित करने के प्रयास जारी हैं। यह गलियारा संभल को एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र बनाने में सहायक होगा जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी।

    Hero Image
    गंगा एक्‍सप्रेसवे किनारे इंडस्ट्रियल कॉर‍िडोर के विकास में संभल यूपी में सबसे आगे।- सांकेत‍िक तस्‍वीर

    संवाद सहयोगी, बहजोई। मेरठ से प्रयागराज तक बनाए जा रहे गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक गलियारे विकसित किए जा रहे हैं ताकि बड़े पैमाने पर उद्योग स्थापित कर निवेश और रोजगार को बढ़ावा दिया जा सके, लेकिन पूरे प्रदेश में इस दिशा में सबसे तेजी से काम जनपद संभल में हो रहा है, जहां खिरनी मोहिउद्दीनपुर के निकट औद्योगिक गलियारे के लिए कुल 222 हेक्टेयर भूमि में से अब तक 93 प्रतिशत अर्थात करीब 206.5 हेक्टेयर भूमि खरीदी जा चुकी है, जबकि शेष लगभग 15.5 हेक्टेयर भूमि को भी अधिग्रहित करने की तैयारी अंतिम चरण में है। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इस भूमि का अधिग्रहण संभल तहसील क्षेत्र के चार गांवों खिरनी मोहिउद्दीनपुर, बसला, सारंगपुर और अमावती कुतुबपुर से किया गया है, जिनमें खिरनी और बसला में पहले चरण में करीब 113 हेक्टेयर भूमि खरीदी गई थी, इसके बाद सारंगपुर में 27.600 हेक्टेयर और अमावती कुतुबपुर में 81.444 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण सुनिश्चित हुआ है। 

    यह काम प्रदेश के किसी भी अन्य जनपद से कहीं तेज गति से संभल में चल रहा है, जबकि अन्य जिलों में अभी तक भूमि अधिग्रहण और विकास कार्यों में काफी पिछड़ापन बना हुआ है। संभल में तेजी से औद्योगिक माहौल तैयार करने और निवेशकों को आकर्षित करने के लिए प्रशासनिक स्तर पर सतत निगरानी और पहल जारी है, गंगा एक्सप्रेसवे का यह औद्योगिक गलियारा भविष्य में संभल को प्रदेश का बड़ा औद्योगिक केंद्र बनाने में अहम भूमिका निभाएगा।

    इससे न केवल बड़े पैमाने पर उद्योग स्थापित होंगे बल्कि रोजगार के अवसर भी उल्लेखनीय ढंग से बढ़ेंगे और स्थानीय स्तर पर आर्थिक गतिविधियों को नई गति मिलेगी।

    वर्तमान में तहसील स्तर पर बैनामे की प्रक्रिया जारी है और भूमि पर उद्योग स्थापित करने की दिशा में तैयारी तेज हो चुकी है, एडीएम प्रदीप वर्मा ने बताया कि बैनामे की प्रक्रिया तहसीलदार की देखरेख में हो रही है, अमावती कुतुबपुर और सारंगपुर गांवों के गोटों पर स्टांप व निबंधन शुल्क संबंधित खजाना खाते में जमा कराया जा चुका है, अधिग्रहण सर्किल रेट के अनुसार किया गया है और शासन ने भूमि सूची को अंतिम स्वीकृति दे दी है, इस काम के पूरे होते ही संभल प्रदेश के औद्योगिक नक्शे पर अग्रणी जनपद के रूप में स्थापित होगा।

    गंगा एक्सप्रेसवे किनारे औद्योगिक गलियारे के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया संभल में बेहद तेजी से आगे बढ़ रही है, अब तक 93 प्रतिशत भूमि का अधिग्रहण पूरा कर लिया गया है और शेष जमीन भी बहुत जल्द ली जाएगी। बैनामे की प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता से कराई जा रही है। इस पहल से निवेशकों को आकर्षित करने और उद्योग स्थापित करने का मार्ग प्रशस्त होगा। प्रदीप वर्मा, एडीएम, संभल।