जामा मस्जिद के पास कब्रिस्तान की भूमि पर अवैध कब्जा, मकान-दुकान पर चलेगा बुलडोजर, डीएम ने बताई डेट
संभल में जामा मस्जिद के पास कब्रिस्तान की आठ बीघा भूमि पर अवैध कब्जे का मामला सामने आया है। श्री कल्कि सेना के राष्ट्रीय संयोजक की शिकायत पर जांच में ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, संभल। हिंसा की आग में झुलसे संभल में एक बार फिर अवैध कब्जे का मामला सामने आया है। जिस जामा मस्जिद के सर्वे के विरोध में 24 नवंबर 2024 को हिंसा हुई थी, उसके पास ही कब्रिस्तान की आठ बीघा भूमि पर अवैध कब्जा कर मकान-दुकान बना लिए गए हैं।
श्री कल्कि सेना (निष्कलंक दल) के राष्ट्रीय संयोजक सुभाष चंद्र त्यागी की शिकायत के बाद डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने जांच कराई है, जिसमें कब्जे की पुष्टि हुई है। पता चला है कि इस भूमि पर बने मकान व दुकान की छत से भी हिंसा के दौरान उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव किया था।
डीएम ने टीम गठित कर कब्जे को चिह्नित कराना शुरू किया है। कब्जा करने वाले मुस्लिम हैं। इससे पहले भी संभल में तीर्थों की भूमि पर अवैध कब्जे के मामले सामने आए थे, जिन्हें प्रशासन ने मुक्त कराया।
यह शिकायत श्री कल्कि सेना (निष्कलंक दल ) के राष्ट्रीय संयोजक एवं अधिवक्ता सुभाष चंद्र त्यागी ने 12 दिसंबर को डीएम से की थी। जिसमें उन्होंने बताया कि कब्रिस्तान की गाटा संख्या-32 नान जेड ए की भूमि है। जो, 80 के दशक से खाली है। टीले भी बने हुए थे।
उन्होंने दावा किया कि 24 नवंबर 2024 को जामा मस्जिद बनाम हरिहर मंदिर को लेकर हुई हिंसा में कब्रिस्तान की भूमि पर बने इन मकान दुकानों की छत पर चढ़कर ही उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव किया था। शिकायत में कहा गया है कि राजस्व अभिलेखों में इस भूमि की जो चौहद्दी है।
उसके मुताबिक पूर्व, पश्चिम और उत्तर में सड़क है बाकी दक्षिण में जामा मस्जिद स्थित है। मंगलवार यानी 30 दिसंबर को गठित की गई टीम भूमि का सीमांकन करने के लिए मौके पर जाएगी।
इस सिलसिले में एसडीएम रामानुज व सीओ आलोक भाटी ने एक दिन पहले कोतवाली में बैठकर कर प्रकरण के संबंध में वार्तालाप भी की है। बता दें कि हिंसा के बाद से संभल में सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जों के कई मामले सामने आ चुके हैं। इससे पहले प्रशासन तीर्थों की भूमि पर अवैध कब्जों के मामले सामने आए थे, जिन्हें प्रशासन ने मुक्त कराया।
जामा मस्जिद के पास कब्रिस्तान की भूमि पर अवैध कब्जा कर मकान दुकान बनाने के मामले सामने आए हैं। प्रकरण की जांच के लिए 27 सदस्य टीम का गठन कर दिया गया है। 30 दिसंबर को टीम मौके पर पहुँचकर सीमाकंन करेगी। उसमें बाद ही अगली कार्रवाई होगी।
-डॉ. राजेंद्र पैंसिया, डीएम, संभल।

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