बीडीओ ने भेजे थे कर्मचारी, रात में गांव वालों ने बंधक बना लिए... पुलिस पहुंची तब खुलकर सामने आई हकीकत
संभल में बनियाठेर ब्लॉक के पास छुट्टा पशुओं को पकड़ने गए कर्मचारियों को लोगों ने पशु तस्कर समझकर घेर लिया। कर्मचारियों पर पशु तस्करी का आरोप लगाते हुए हंगामा किया गया क्योंकि उनमें कुछ गायें भी थीं। सूचना पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को संभाला। पुलिस ने गोपालकों को चेतावनी दी कि यदि उनकी गायें सड़कों पर घूमती मिलीं तो उन्हें गोशाला भेज दिया जाएगा।

जागरण संवाददाता, संभल। चंदौसी के बदायूं रोड पर मंगलवार रात उस समय अफरातफरी मच गई, जब कुछ लोग बनियाठेर ब्लॉक परिसर के आसपास घूम रहे छुट्टा पशुओं को पकड़कर ट्रक में भरने लगे। इनमें कुछ गायें भी थीं।
लोगों ने उन्हें पशु तस्कर समझकर शोर मचा दिया। थोड़ी ही देर में वहां भीड़ जमा हो गई। लोगों ने कर्मचारियों को वाहन सहित घेर लिया और पुलिस को फोन कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब दोनों पक्षों से बात की, तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ।
क्षेत्र में बढ़ रही है छुट्टा गोवंश की संख्या
दरअसल, क्षेत्र में छुट्टा गोवंश की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसकी शिकायतें खंड विकास अधिकारी के पास पहुंच रही थीं। इन्हीं शिकायतों को देखते हुए बीडीओ ने छुट्टा पशुओं को पकड़कर गोशालाओं में भेजने के निर्देश दिए थे। मंगलवार रात ब्लॉक कर्मचारी ऐसे ही पशुओं को पकड़कर ट्रक में भर रहे थे। इनमें कुछ पालतू गायें भी थीं। पशु तस्कर होने की आशंका में लोगों ने कर्मचारियों को वाहन सहित पकड़ लिया।
पशु चोर पकड़े जाने की सूचना पर जुटी भीड़
पशु चोर पकड़े जाने की सूचना पर मौके पर भीड़ लग गई और पालतू गायों को गाड़ी में देखकर लोगों ने जमकर हंगामा किया। इसी बीच सूचना पाकर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई और पकड़े गए लोगों से पूछताछ की। तब पता चला कि वे ब्लाक के कर्मचारी हैं और सड़क पर घूमने वाले पशुओं को पकड़कर थाना बनियाठेर क्षेत्र के फरीदपुर गांव स्थित गोशाला में ले जा रहे थे। इसके बाद पुलिस ने हंगामा कर रहे लोगों को शांत किया और पालतू गायों को वापस कराकर कर्मचारियों को छोड़ दिया।
गोपालकों को दी चेतावनी
हालांकि, गोपालकों को चेतावनी दी गई है कि यदि उनकी गायें फिर सड़कों पर घूमती पाई गईं, तो उन्हें गोशाला भेज दिया जाएगा और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।