जावेद हबीब और उनके बेटे पर संभल में FIR दर्ज, लुभावने सपने दिखाकर करोड़ों की ठगी का आरोप
संभल में एफएलसी कंपनी के नाम पर लोगों से निवेश कराकर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। कंपनी ने लोगों को दोगुना लाभ का लालच दिया जिसके बाद सैफुल नामक व्यक्ति ने लोगों से पैसे निवेश कराए। जावेद हबीब के सेमिनार में लोगों को बुलाया गया। निवेशकों को न तो लाभ मिला और न ही मूलधन। पुलिस ने सैफुल के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है।

संवाद सहयोगी, बहजोई। एक कंपनी का मालिक और उसका बेटा संभल आते हैं। स्थानीय स्तर पर एक व्यक्ति आसपास के लोगों को जुटाता है और उन्हें रायल पैलेस होटल में बुलाकर सेमिनार कराता है। मंच से निवेश करने पर हर महीने अतिरिक्त लाभ और धनराशि दुगुनी करने के सपने दिखाए जाते हैं। कंपनी की ओर से भरोसा दिलाया जाता है कि निवेश सुरक्षित है और जिम्मेदारी भी उनकी ही है।
लोगों ने अपनी गाढ़ी कमाई, जमा पूंजी और परिवार की जरूरतों के पैसे तक लगा दिए, लेकिन समय बीतते ही न कंपनी का कोई अता-पता रहा और न ही उसके मालिक का। जिन वादों पर लोगों ने भरोसा किया था, वे हवा हो गए और लाखों रुपये डूब गए। अंत में जब पीड़ितों ने शिकायत की तो जांच शुरू हुई और वह व्यक्ति जिसने लोगों को इकट्ठा किया और निवेश कराया था, वही भरोसे को तोड़ने वाला निकला और अब उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
दअरसल, कोतवाली संभल के मंडी किशन दास सराय के मोहम्मद हिलाल उसके अन्य साथियों के द्वारा अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी को एक शिकायत की गई थी, जिसमें उन्होंने बताया कि सितंबर 2023 में सरायतरीन रोड स्थित रायल पैलेस में एफएलसी (फॉलिकल ग्लोबल कंपनी) का सेमिनार आयोजित किया गया था।
इस दौरान दिल्ली निवासी सेलिब्रिटी जावेद हबीब और उसका बेटा अनस हबीब पहुंचे थे। कार्यक्रम में नई सराय निवासी सैफुल ने आसपास के लोगों को बुलाया और बताया कि कंपनी में निवेश करने पर हर महीने छह प्रतिशत या दुगुना अतिरिक्त लाभांश और डॉलर में रिटर्न मिलेगा। इस झांसे में आकर लगभग 100 से 150 लोगों ने समय-समय पर ऑनलाइन और नगद दोनों तरीकों से पैसे जमा किए।
शिकायतकर्ताओं के अनुसार मोहम्मद नईम ने करीब चार लाख रुपये, अमन ने 6.50 लाख रुपये और हिलाल ने 4.50 लाख रुपये लगाए। हिलाल ने तो अपनी बहन की शादी रोककर निवेश किया, इस उम्मीद में कि डिविडेंड से उसे बड़ी आय होगी। लेकिन उसके बाद न तो कोई रिटर्न मिला और न ही मूलधन लौटा। इस बीच मार्च 2024 में मुरादाबाद रोड स्थित सैनी बैंकट हॉल में भी एक कार्यक्रम हुआ जिसमें जावेद हबीब शामिल हुए और लोगों को और बड़े सपने दिखाए गए।
आरोप है कि कंपनी की ओर से उन्हें लगातार झूठे वादे किए गए, लेकिन जब उन्होंने पैसे वापस मांगने शुरू किए तो निवेश कराने वाला सैफुल ही धमकाने लगा और उल्टा उनके खिलाफ थाने में शिकायत कर दी। पुलिस के संज्ञान में यह भी आया कि यह जो धनराशि इसे ली गई थी इस बिटकॉइन और अलग फाइनेंस में निवेश कराई गई बाद में इस कंपनी को बंद कर दिया गया और उनका पैसा वापस नहीं किया गया, मामले की जांच सहायक पुलिस अधीक्षक/क्षेत्राधिकारी आलोक कुमार भाटी को सौंपी गई।
जांच में सामने आया कि सैफुल ने स्वीकार किया कि वह लोगों को कंपनी से जोड़ता था और उनके लिए आईडी बनाता था। उसने यह भी माना कि लोग उसे नकद और ऑनलाइन रकम देते थे। हालांकि, उसने खुद को डायरेक्टर बताने से इनकार किया और नुकसान उठाने का दावा किया, लेकिन कोई ठोस प्रमाण प्रस्तुत नहीं किया।
दूसरी ओर, पीड़ितों द्वारा दिए गए वीडियो में सैफुल को मंच से भाषण देते और जावेद हबीब के साथ देखा गया। आलोक भाटी की रिपोर्ट में कहा गया कि मौखिक बयान, बैंकिंग विवरण और उपलब्ध साक्ष्य इस बात की पुष्टि करते हैं कि दो करोड़ रुपये से अधिक की राशि हड़पी गई और यह प्रथम दृष्टया आपराधिक कृत्य है। इसी आधार पर 29 अगस्त 2025 को थाना रायसत्ती में सैफुल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई। अब पुलिस जांच कर रही है कि ठगी की रकम कहां गई और इसमें और कौन-कौन शामिल रहा।
केस स्टडी- 1
मोहम्मद अमान, नई सराय
मोहम्मद अमन ने करीब साढ़े पांच लाख रुपये निवेश किए, जिनमें से कुछ रकम बैंक खाते में ट्रांसफर की और कुछ नगद दी। उनका कहना है कि सैफुल ने ही आसपास के लोगों को इकट्ठा किया और भरोसा दिलाया कि एफएलसी कंपनी में निवेश करने से बड़ा फायदा मिलेगा। अमन ने कहा कि उन्होंने पूरी उम्मीद से पैसा लगाया, लेकिन एक भी रुपया वापस नहीं मिला।
केस स्टडी – 2
मोहम्मद नईम, डेरा सराय
मोहम्मद नईम ने बताया कि उन्होंने सैफुल के कहने पर 4 लाख रुपये का निवेश किया। कुछ रकम आनलाइन और कुछ नगद दी गई। जब उन्होंने पैसे मांगने शुरू किए तो न केवल रकम नहीं लौटाई गई बल्कि सैफुल ने उनके खिलाफ थाने में शिकायत तक कर दी। जांच में उनके आरोप सही पाए गए और पुलिस ने कार्रवाई शुरू की।
एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि पुलिस को यह शिकायत प्राप्त हुई थी कि जावेद हबीब और उसके बेटा अनस के अलावा संभल के ही सैफुल के द्वारा लोगों को सेमिनार में बुलाया गया और उनसे अतिरिक्त धनराशि देने का प्रलोभन देते हुए निवेश कराया गया, इस पैसे को बिटकॉइन और अन्य फाइनेंस में निवेश किया लेकिन कंपनी को बंद कर दिया और लोगों ने शिकायत की है कि उन्हें उनके पैसे वापस नहीं मिले, इस संबंध में थाना रायसत्ती में सैफुल के अलावा जावेद हबीब और उसके बेटे के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज की गई है, कुछ अन्य तहरीर भी आई है, उनकी भी जांच की जा रही है।
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