Updated: Fri, 08 Aug 2025 08:24 PM (IST)
संभल पुलिस ने नकली घी बनाने वाली एक फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने मौके से 923 लीटर नकली घी बरामद किया है और पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। य ...और पढ़ें
संवाद सहयोगी, बहजोई (संभल)। जनपद की धनारी पुलिस ने एसओजी और सर्विलांस के साथ मिलकर नकली देसी घी नमक और काफी बनाने के बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है। जिसमें कई ब्रांडेड कंपनियों जैसे अमूल, मधुसूदन, पतंजलि, पारस कंपनी के नाम से तैयार 923 लीटर नकली देसी घी बरामद किया है और नेस्कैफे कंपनी की काफी के अलावा टाटा कंपनी का नमक आदि शामिल हैं। गिरोह के पांच लोग गिरफ्तार हुए हैं जोकि मेरठ और बागपत जिले के रहने वाले हैं।
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पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि गुप्त सूचना पर शुक्रवार की दोपहर धनारी थाना क्षेत्र के अंतर्गत सुल्तानगढ़- पाठकपुर मार्ग पर खजुरा मोड़ के पास एक छोटा हाथी वाहन पकड़ा गया, जिसमें 41 पेटी अमूल देशी घी, पतंजलि के रैपर, मधुसूदन के नाम 20 टीन और 466 रैपर आदि ब्रांडों के नाम से बेचे जाने वाले नकली देसी घी के डिब्बे, टाटा नमक के पैकेट और नेस्कैफे की नकली काफी बरामद हुई।
चालक आविद और उसके साथी सुदेश जैन से पूछताछ हुई तो पूछताछ में पर्दाफाश हुआ कि यह गिरोह पिछले तीन साल से बागपत के बड़ौत में फैक्ट्री चलाकर मिलावटी देसी घी तैयार कर ब्रांडेड पैकिंग में बेच रहा था।
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पुलिस के द्वारा बरामद ब्रांडेड कंपनियों के रैपर। जागरण
पुलिस ने बागपत के बड़ौत में जाकर फैक्ट्री में भी छापामारी की तो वहां से गैस चूल्हा, सिलेंडर, वेट मशीन, पैकिंग मशीन, फेविकोल के डिब्बे, अमूल, मधुसूदन और अन्य कंपनियों के ढक्कन और पैकिंग सामग्री बरामद की।
इस पूरी कार्रवाई में आशु जैन निवासी मुहल्ला सेक्टर 2 माधवपुरम थाना ब्रह्मपुरी जनपद मेरठ वर्तमान पता डिफेंस कालोनी गंगानगर थाना गंगानगर जनपद मेरठ, उसके पिता सुदेश जैन, चालक आविद निवासी मुहल्ला कुम्हार सदर थाना सदर बाजार जनपद मेरठ, मुख्य संचालक प्रवीण जैन निवासी मुहल्ला जैन नगर गुराना रोड कस्बा थाना बड़ौत जनपद बागपत और अरुण कुमार निवासी मुहल्ला गुराना कस्बा थाना बड़ौत को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस टीम में अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी अनुकृति शर्मा सर्विलांस प्रभारी रामवीर सिंह एसओजी प्रभारी लोकेंद्र त्यागी और थाना धनारी प्रभारी संजय कुमार सिंह शामिल रहे।
पुलिस अब इस मामले में नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों और सप्लाई चेन की भी जांच कर रही है। क्योंकि पुलिस अभी तक यह है पता नहीं लगा सकी है कि यह है जनपद में किसके यहां पर सप्लाई करने जा रहे थे।
दिल्ली एनसीआर समेत कई जिलों में हो रही थी आपूर्ति
बहजोई: एएसपी के अनुसार इन लोगों के द्वारा नकली घी बनाकर न केवल बागपत और मेरठ बल्कि मुजफ्फरनगर और दिल्ली एनसीआर में भी इसकी आपूर्ति की जा रही थी। यह संभल जिले में पहली बार आए थे। इन्हें सप्लाई कहां देनी थी, इसकी जानकारी पुलिस कर रही है अभी तक वे लोग पकड़ में नहीं आए हैं।
पकड़ में नहीं आएं इसलिए ग्रामीण क्षेत्र में करते आपूर्ति
बहजोई: तीन साल से चल रहे इस कारोबार में उनकी एक खास बात यह भी रही कि वह अपने नकली देसी घी और अन्य सामग्री की आपूर्ति किसी दुकानदार या अन्य फर्म के लिए नहीं करते थे बल्कि ग्रामीण क्षेत्र में फेरी करके देशी घी और नमक बेचने वाले लोगों को इसकी आपूर्ति की जाती थी या फिर शादी विवाह में इसको बिक्री के लिए लाया जाता। रक्षाबंधन और श्री कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर भी इसकी विशेष मांग रही होगी।
रिफाइंड, डालडा में देशी घी का परफ्यूम मिलाकर तैयार किया जाता है देसी घी
बहजोई: यह फैक्ट्री मुख्य आरोपित प्रवीण जैन के घर बागपत के बड़ौत में संचालित हो रही थी, जहां से पुलिस ने बाजार में मिलने वाले अमूल, मधुसूदन और मदर डेयरी के ब्रांड की नकली पैकेज का भी सामान बरामद किया है। नकली भी तैयार करने को वह डालडा और रिफाइंड में देसी घी खुशबून वाला परफ्यूम मिलाकर तैयार करते और उसकी सांद्रता को भी इस प्रकार रखने की असली और नकली घी में कोई आसानी से फर्क नहीं निकल सके पैकेजिंग में अभी थोड़ा सा अंतर ही रहता था आम जन उसको नहीं पहचान पाता।
खुद तैयार करते थे रैपर और पैकेजिंग की सामग्री
बहजोई: आरोपितों के पास से फैक्ट्री से ऐसे भी उपकरण बरामद किए गए हैं जो कि ब्रांडेड कंपनियों के रैपर और पैकेजिंग खुद तैयार करते थे। जिस प्रकार से प्रिंटिंग प्रेस का सिस्टम होता है। उसी प्रकार से रैपर बनाने का सिस्टम भी बना रखा था। अन्य सामग्री को दिल्ली से भी मंगाया जाता था।
संबंधित कंपनियों के माध्यम से भी रिपोर्ट दर्ज कराएगी पुलिस
बहजोई: एसपी ने बताया कि जिन ट्रेडमार्क की कंपनियों का प्रयोग करके यह नकली देसी घी बेच रहे थे, उनको भी अवगत कराया जाएगा, उनके प्रतिनिधि या उनके माध्यम से भी संबंध मामले में रिपोर्ट दर्ज कराएगी।
तीन साल में तैयार किया 54 हजार लीटर नकली देसी घी
बहजोई: पिछले तीन साल से चल रही इस फैक्ट्री में प्रत्येक महीने 1500 लीटर नकली देसी घी बनाया जाता था और इसे आसानी से बिक्री किया जा रहा था और तीन साल से इस अवैध धंधे को नहीं पकड़ा जा सका, आरोपितों के द्वारा हाल ही में एक्सपायर हो चुकी काफी के बड़े पैकेट खरीद कर छोटे-छोटे पाउच में उसकी पैकेजिंग की जा रही थी, जिसकी भी आपूर्ति दिल्ली एनसीआर में हो रही थी। उधर मयूर नमक को खरीद कर उसे टाटा के रैपर में पैक करके महंगी दरों पर बेचने का काम भी शुरू कर दिया गया।
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