यूपी में ब्रांडेड कंपनियों के नाम पर बिक रहा था नकली देसी घी, नमक और कॉफी का भी खेल बेनकाब
बहजोई में धनारी पुलिस ने एसओजी और सर्विलांस टीम के साथ मिलकर नकली घी नमक और कॉफी बनाने वाले एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है। अमूल मधुसूदन और पतंजलि ...और पढ़ें

संवाद सहयोगी, बहजोई। जनपद की धनारी पुलिस ने एसओजी और सर्विलांस के साथ मिलकर नकली देसी घी नमक और काफी बनाने के बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है। जिसमें कई ब्रांडेड कंपनियों जैसे अमूल, मधुसूदन, पतंजलि के नकली देसी घी और न्यास के कंपनी की काफी के अलावा टाटा नमक आदि शामिल हैं। गिरोह के पांच लोग गिरफ्तार हुए हैं जोकि मेरठ और बागपत जिले के हैं।
पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि गुप्त सूचना पर आज सुबह धनारी थाना क्षेत्र के अंतर्गत सुल्तानगढ़ - पाठकपुर मार्ग पर खजुरा मोड़ के पास एक छोटा हाथी वाहन पकड़ा गया, जिसमें अमूल, पतंजलि, मधुसूदन आदि ब्रांडों के नाम से बेचे जाने वाले नकली देसी घी के डिब्बे, टाटा नमक के पैकेट और नेस्कैफे की नकली काफी बरामद हुई।
चालक आविद और एक साथी से पूछताछ हुई तो पूछताछ में पर्दाफाश हुआ कि यह गिरोह पिछले तीन साल से बागपत के बड़ौत में फैक्ट्री चलाकर परफ्यूम मिलाए गए रिफाइंड और डालडा से देसी घी तैयार कर ब्रांडेड पैकिंग में बेच रहा था।
पुलिस ने मौके से नकली घी से भरा वाहन 41 पेटी अमूल घी, 20 पेटी मधुसूदन घी, अलग अलग कंपनी के 4066 रैपर, गैस चूल्हा, सिलेंडर, वेट मशीन, पैकिंग मशीन, फेविकोल के डिब्बे, अमूल, मधुसूदन और अन्य कंपनियों के ढक्कन और पैकिंग सामग्री बरामद की। इसके बाद पुलिस टीम ने बड़ौत में छापा मारकर फैक्ट्री से भारी मात्रा में नकली माल और उपकरण भी जब्त किए।
इस कार्रवाई में फैक्ट्री संचालक आशु जैन निवासी मोहल्ला सेक्टर 2 माधवपुरम थाना ब्रह्मपुरी जनपद मेरठ वर्तमान पता डिफेंस कालोनी गंगानगर थाना गंगानगर जनपद मेरठ, उसके पिता सुदेश जैन, चालक आविद निवासी मोहल्ला कुम्हार सदर थाना सदर बाजार जनपद मेरठ, मुख्य संचालक प्रवीण जैन निवासी मोहल्ला जैन नगर गुराना रोड कस्बा थाना बड़ौत जनपद बागपत और अरुण कुमार निवासी मोहल्ला गुराना कस्बा थाना बड़ौत को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस टीम में अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी अनुकृति शर्मा सर्विलांस प्रभारी रामवीर सिंह एसओजी प्रभारी लोकेंद्र त्यागी और थाना धनारी प्रभारी संजय कुमार सिंह शामिल रहे।
पुलिस अब इस मामले में नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों और सप्लाई चेन की भी जांच कर रही है। क्योंकि पुलिस अभी तक यह है पता नहीं लगा सकी है कि यह है जनपद में किसके यहां पर सप्लाई करने जा रहे थे। बताया जा रहा है कि गांव में फेरी लगाकर ऐसी सामग्री को बेचने वाले लोगों को इसकी खपत की जाती है, जिससे ब्रांडेड कंपनियों के प्रतिनिधि पकड़ नहीं सके।

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