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    चंदौसी स्टेशन पर 21 करोड़ के विकास कार्य में 'डबल स्पीड'! पार्किंग चमकी, पर फुटओवर ब्रिज अब भी धीमी चाल

    Updated: Sun, 14 Dec 2025 12:26 AM (IST)

    अमृत भारत योजना के तहत चंदौसी रेलवे स्टेशन पर विकास कार्य चल रहा है, जिसमें सर्कुलेटिंग एरिया और पार्किंग निर्माण में तेजी आई है। स्टेशन के मुख्यद्वार ...और पढ़ें

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    चंदौसी में न‍िर्माणाधीन रेलवे स्‍टेशन

    जागरण संवाददाता, चंदौसी। अमृत भारत योजना के तहत चंदौसी रेलवे स्टेशन पर लंबे समय से कछुआ गति से चल रहे विकास कार्यों में हाल के दिनों में कुछ तेजी जरूर दिखाई देने लगी है। हालांकि यह तेजी अभी इतनी प्रभावी नहीं मानी जा सकती कि निर्माण कार्य निकट भविष्य में पूरे हो सकें। जबकि सच्चाई यह है कि स्टेशन के कायाकल्प का काम दो वर्ष से अधिक समय पहले शुरू किया गया था और अब तक अपेक्षित प्रगति नहीं हो सकी है।

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    वर्तमान में स्टेशन के मुख्यद्वार परिसर यानी सर्कुलेटिंग एरिया में सीमेंटेड फ्लोरिंग का कार्य कराया जा रहा है। इसके साथ ही यात्रियों और वाहन चालकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए पार्किंग निर्माण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। यहां सीमेंट और कंक्रीट डालकर भूमि को समतल किया जा रहा है। इसके अलावा प्लेटफार्म नंबर दो और तीन के बड़े हिस्से को ऊंचा कर दोबारा तैयार किया जा चुका है।

    इसके पूरा होते ही अगले चरण में प्लेटफार्म नंबर एक पर शेष उच्चीकरण कार्य शुरू किए जाने की तैयारी है। इसके साथ ही स्टेशन के प्रवेश द्वार पर प्रस्तावित सौ फीट ऊंचे राष्ट्रीय ध्वज के लिए फाउंडेशन निर्माण का काम भी प्रगति पर है। उम्मीद की जा रही है अगले स्वतंत्रता दिवस से पहले इसे तैयार कर लिया जाएगा। करीब 21 करोड़ रुपये की लागत से चंदौसी रेलवे स्टेशन को बड़े स्टेशनों की तर्ज पर विकसित किया जाना है।

    रेल मंत्रालय ने मुरादाबाद मंडल के 12 स्टेशनों को अमृत भारत योजना में शामिल किया था, जिनमें चंदौसी भी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छह अगस्त 2023 को इसका वर्चुअल शिलान्यास किया था। उस समय एक वर्ष में कार्य पूरा होने की उम्मीद जताई गई थी, लेकिन दो साल बाद भी स्थिति संतोषजनक नहीं है।

    योजना के तहत फुट ओवरब्रिज, लिफ्ट, संयुक्त प्रतीक्षालय, शौचालय, बैठने के लिए लाउंज, स्टेशन फ्रंट का सुंदरीकरण और प्लेटफार्म एक व दो का उच्चीकरण प्रस्तावित है। करीब एक वर्ष पहले रेलवे ने लखनऊ स्थित कार्यशाला को 12 मीटर चौड़े फुट ओवरब्रिज के निर्माण के लिए सवा दो करोड़ रुपये की धनराशि जारी की थी। इसके बाद स्टेशन परिसर में फाउंडेशन का कार्य शुरू हुआ, जिसे पूरा करने में ही छह माह लग गए।

    जुलाई में लखनऊ से बनकर आए पुल को जोड़ने का कार्य शुरू किया गया था, लेकिन अब तक यह पूरा नहीं हो सका निर्माण कार्य की धीमी प्रगति को लेकर डीआरएम द्वारा कई बार निरीक्षण कर तेजी लाने के निर्देश दिए गए, लेकिन कार्यदायी संस्था की सुस्ती अब तक दूर नहीं हो सकी है। इससे यात्रियों को असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। स्टेशन अधीक्षक राजू कुमार ने बताया कि अब कार्य रफ्तार पकड़ने लगा है।

     

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