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    दस्त नियंत्रण के लिए नौनिहालों को पिलाई जाएगी दवा

    By JagranEdited By:
    Updated: Fri, 16 Jun 2017 12:15 AM (IST)

    सम्भल। स्वास्थ्य विभाग नौनिहालों की सेहत सुधारने के प्रति गंभीर है। बच्चों की सेहत संवारने के लिए उ

    दस्त नियंत्रण के लिए नौनिहालों को पिलाई जाएगी दवा

    सम्भल। स्वास्थ्य विभाग नौनिहालों की सेहत सुधारने के प्रति गंभीर है। बच्चों की सेहत संवारने के लिए उन्हें बीमारियों से बचाना जरुरी है। कम उम्र के बच्चों में दस्त की बीमारी तेजी से फैलती है जोकि उनके लिए जानलेवा साबित होती है। उन्हें इस बीमारी से बचाने के लिए जिलेभर में अभियान चलाकर 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों को दवा पिलाई जाएगी। साथ ही रोगों से बचाव की जानकारी भी दी जाएगी।

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    शिशु एवं बाल्यावस्था मृत्युदर में कमी लाना राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन का लक्ष्य है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मानें तो प्रति वर्ष पांच वर्ष की आयु तक के बच्चों में 10 प्रतिशत बच्चों की मृत्यु दस्त के कारण होती है। वर्ष 2017-18 में डायरिया से बाल मृत्युदर दस से जीरो प्रतिशत पर पहुंचाने के लिए सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा 25 से आठ जुलाई तक चलाया जाएगा। इस दौरान पांच वर्ष तक के बच्चों को दस्त से बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी घर घर पहुंचकर उन्हें दवा पिलाएंगे। साथ ही अभिभावकों को रोगों से बचाव के लिए जागरुक किया जाएगा। इस विशेष अभियान को सफल बनाने के लिए शासन से मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश प्राप्त हो गये हैं। अभियान के दिनों में लोगों को जागरुक करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा।

    आशा करेंगी बच्चों का चिन्हीकरण

    सम्भल: दस्त नियंत्रण पखवाड़े से पहले आशाएं ग्राम स्तरीय प्ला¨नग एवं क्रियांवयन रिपोर्ट पर अपने गांव के 0 से पांच वर्ष तक के बच्चों की सूची तैयार करेंगी। पखवाड़े के दौरान उस प्रत्येक परिवार को ओआरएस के पैकेट दिए जाएंगे। जिन परिवारों में पांच वर्ष तक के बच्चे हैं। इसके साथ ही उन्हें खुराक देने की सह मात्रा के बारे में भी बताया जाएगा जिससे अधिक मात्रा से बच्चों की सेहत पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव को रोका जा सके।

    ये लक्षण दिखें तो बरतें विशेष सावधानीसम्भल : पांच वर्ष तक के बच्चों में रोगों से लड़ने की क्षमता कम होती है। अगर बच्चों में पानी जैसे मल का लगातार होना, अत्यधिक प्यास लगना, बार बार उल्टी आना, पानी न प ना, बुखार, मल के साथ खून आना जैसे लक्षण दिखाई दें तो उन्हें तुरंत किसी अच्छे चिकित्सक या सरकारी अस्पताल में लेकर जाएं।

    वर्जन-

    शासन से पत्र प्राप्त हुआ है जिसमें 25 जुलाई से आठ अगस्त तक दस्त नियंत्रण पखवाडा चलाने के निर्देश दिए गये हैं। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर घर जाकर पांच वर्ष तक के बच्चों को ओआरएस पिलाएंगी। साथ ही उनके अभिभावकों को रोगों से बचाने की जानकारियां दी जाएंगी। अभियान शुरू होने से पहले आशाएं घर घर से बच्चों के चिन्हीकरण का कार्य करेंगीं।

    डॉ. राजवीर ¨सह, सीएमओ सम्भल।