प्राकृतिक सुंदरता बढ़ाते हैं पेड़-पौधे
चन्दौसी: भारतीय कला निकेतन बाल विद्यालय में पौधरोपण शिक्षक-शिक्षिकाओं और छात्र-छात्राओं द्वारा पौध र
चन्दौसी: भारतीय कला निकेतन बाल विद्यालय में पौधरोपण शिक्षक-शिक्षिकाओं और छात्र-छात्राओं द्वारा पौध रोपण किया गया। प्रधानाचार्य ममता नागर ने कहा कि हमें ज्यादा-ज्यादा से पौधरोपण करना चाहिए व दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करना चाहिए। जिससे हमारी पृथ्वी का संतुलन बना रहे। अगर पर्यावरण प्रदूषित होगा तो हमारे जीवन पर इसका बुरा प्रभाव पड़ेगा। जिससे हम अनेकों बीमारियों से ग्रसित हो जाएंगे। इसलिए हम सब को मिलकर पर्यावरण को दूषित होने से बचाना होगा। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक सुंदरता पेड़-पौधों से ही होती है। दैनिक जागरण द्वारा चलाई गई मुहिम सराहनीय है। विद्यालय का समस्त स्टाफ मौजूद रहा।
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धर्मशास्त्रों में पौधरोपण को पुण्यदायी कार्य बताया गया है। इसका कारण यह है कि वृक्ष धरती पर जीवन के लिए आवश्यक हैं। आज विज्ञान सिद्ध करता है कि पेड़-पौधे हमारे लिए कितने महत्वपूर्ण है।
आस्था शर्मा
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वृक्ष पृथ्वी को हरा-भरा बनाकर रखते हैं। जिन स्थानों में पेड़-पौधे पर्याप्त संख्या में होते हैं, वहां निवास आनंददायी होता है। इसलिए हर किसी को पौधरोपण में आगे आना चाहिए।
सांची अग्रवाल
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वृक्ष हमें क्या नहीं देते। फल, फूल, गोंद, रबड़, पत्त , लकड़ आदि विभिन्न प्रकार की जीवनोपयोगी वस्तुएं पेड़ों की सौगात होती हैं। हमें पेड़ों के कटान को रोकना होगा।
आंचल शर्मा
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वृक्ष वर्षा कराते है, ये जहां समूहों में होते हैं। वहां बादलों को आकर्षित करने की क्षमता रखते हैं। वहां बादलों को आकर्षित करने की क्षमता रखते हैं। वृक्ष मिट्टी को मजबूती से पकड़े रखते हैं।
भावना ¨सधी
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वृक्षों की संख्या घटने के दुष्प्रभावों का वैज्ञानिकों ने बहुत अध्ययन किया है। उन्होंने निष्कर्ष निकाला कि वृक्षों के घटने से वायु प्रदूषण की मात्रा बढ़ी है।
शुभांगी अग्रवाल
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