Saharanpur: मरीजों की फाइल उठा ले गईं CMS, डाक्टरों ने वार्ड में भर्ती मरीजों का इलाज रोका, एक की तबीयत बिगड़ी
Saharanpur News सहारनपुर के जिला अस्पताल में सीएमएस के 11 मरीजों की फाइलें ले जाने से उपचार में देरी हुई। उनकी और दो चिकित्सकों की नोकझोंक हुई। सीएमएस ने उन पर वार्ड में भर्ती मरीजों को नहीं देखने का आरोप लगाया। उधर चिकित्सकों ने कहा कि उन्हें जानबूझकर टारगेट किया जा रहा है।

जागरण संवाददाता, सहारनपुर। एसबीडी जिला अस्पताल में सीएमएस और डाक्टरों के बीच विवाद की भेंट दर्जनों मरीज चढ़ गए। डाक्टरों की उपस्थिति चेक करने के लिए सीएमएस डा. सुधा कुमारी मंगलवार सुबह नौ बजे मरीजों की फाइल अपने साथ लेकर चली गईं। इसके बाद राउंड पर पहुंचे डा. सीपी रोशन ने फाइल न होने की वजह से वार्ड में भर्ती 11 मरीजों का इलाज रोक दिया।
सुबह नौ से दोपहर एक बजे तक दवा न मिलने की वजह से एक मरीज की तबीयत भी बिगड़ गई। उधर, डा. रोशन और डा. शिवेंद्र ने सीएमएस के कमरे में पहुंचकर जानबूझकर फाइल हटाने का आरोप लगाते हुए विरोध जताया।
मंगलवार सुबह नौ बजे सीएमएस डा. सुधा कुमारी सर्जिकल वार्ड में भर्ती 11 मरीजों की बेड हेड ट्रीटमेंट (बीएचटी) फाइल उठाकर ले गईं। सर्जिकल वार्ड में उपचार की जिम्मेदारी संभाल रहे डा. सीपी रोशन वार्ड में मरीजों की जांच करने पहुंचे तो मरीजों के पास बीएचटी फाइल नहीं मिली। चार घंटे तक मरीजों को कोई उपचार नहीं दिया गया।
दोपहर करीब एक बजे सीएमएस ने वार्ड ब्वाय को फाइलें लेकर वार्ड में भेजा तो सर्जरी विभाग के डा. सीपी रोशन और डा. शिवेंद्र फाइलें ले जाने का कारण जानने के लिए सीएमएस के कार्यालय में पहुंच गए। सीएमएस ने दोनों चिकित्सकों पर वार्ड में भर्ती मरीजों को नहीं देखने का आरोप लगाया, वहीं चिकित्सकों ने कहा कि उन्हें जानबूझकर टारगेट किया जा रहा है। दोनों पक्षों के बीच जमकर नोकझोंक हुई। सीएमएस ने पुलिस बुलाने की धमकी भी दी।
इस मामले में सर्जरी विभाग के चिकित्सक डा. सीपी रोशन का कहना है कि बीती 13 अगस्त को वार्ड में राउंड लेने के दौरान मरीजों का एक्सरे न कराए जाने को लेकर स्टाफ नर्स को चेताया था। स्टाफ नर्स शिकायत करने पहुंची तो सीएमएस ने उनसे छेड़छाड़ का आरोप लगाने के लिए कहा।
सर्जरी विभाग में दो ही चिकित्सक हैं, ओपीडी में मरीजों की जांच के साथ ही सर्जरी, ट्रोमा सेंटर और सर्जिकल वार्ड की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। रात में भी आकर मरीजों को देखते हैं। एसबीडी जिला अस्पताल में डा. शिवेंद्र ने सबसे ज्यादा सर्जरी की है। इसके बावजूद हमारे चरित्र पर आरोप लगवाने और हमें फंसाने का प्रयास किया जा रहा है।
उधर, सीएमएस डा. सुधा कुमारी का कहना है कि सुबह अस्पताल में निरीक्षण के दौरान मरीजों ने चिकित्सक के न आने की बात कही थी। इस पर मरीजों के पास से बीएचटी फाइल में नोटिंग देखने के लिए आफिस में लाई गई थीं। इसे लेकर डा. सीपी रोशन और डा. शिवेंद्र ने मेरे आफिस में हंगामा कराया। किसी से बदले की भावना से काम नहीं किया।
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