सहारनपुर में हाईवोल्टेज ड्रामा, BSA के कक्ष में BEO ने शर्ट फाड़ी, मेज का शीशा तोड़ा और फिर...
Saharanpur News सहारनपुर में बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में हंगामा हो गया। स्कूलों की पेयरिंग रिपोर्ट मांगने पर बीईओ गंगोह ने बीएसए कोमल आफिस में हंगामा किया। गुस्से में उन्होंने टेबल पर गिलास मारकर शीशा तोड़ दिया और अपनी शर्ट भी फाड़ दी। बीएसए ने उनके बर्ताव को गलत बताते हुए कार्रवाई के लिए लखनऊ रिपोर्ट भेज दी है।

जागरण संवाददाता, सहारनपुर। स्कूलों के पेयरिंग की सही रिपोर्ट मांगे जाने से गुस्साए बीईओ गंगोह ने महिला बीएसए कोमल के कक्ष में हंगामा काटा। कांच के गिलास को जोर से मेज पर पटकने के चलते शीशा चकनाचूर हो गया। गनीमत यह रही कि किसी को चोट नहीं लगी।
इतने पर ही उनका गुस्सा शांत नहीं हुआ और कक्ष में ही अपनी शर्ट भी फाड़ डाली। हंगामे और अफरातफरी के बीच कर्मचारी कक्ष की ओर दौड़े और बामुश्किल बीईओ को काबू किया। बीएसए ने बीईओ के आचरण को अशोभनीय व अमर्यादित बताया और लखनऊ मुख्यालय उनके खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति भेज दी है।
रिपोर्ट मांगते ही किया हंगामा
सोमवार को लखनऊ से स्कूलों के पेयरिंग संबंधी आनलाइन समीक्षा बैठक चल रही थी। बैठक में बीएसए कोमल ने जिले की स्थिति से उच्च अधिकारियों को अवगत कराया। बाद में गंगोह के बीईओ अंबिका प्रसाद ओझा को पेयरिंग की सही रिपोर्ट बनाकर कार्यालय में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
आरोप है कि कार्यालय पहुंचे बीईओ सीधे बीएसए कक्ष में पहुंचे। बीएसए ने उनसे पेयरिंग संबंधी रिपोर्ट मांगी, लेकिन उन्होंने हंगामा खड़ा कर दिया। इसी बीच बीईओ ने बीएसए की मेज के शीशे पर कांच का गिलास जोर से पटका, जिससे शीशा चकनाचूर हो गया।
कर्मचारी अपने कक्षों से बीएसए कक्ष की ओर दौड़े
कर्मचारी अपने कक्षों से बीएसए कक्ष की ओर दौड़े और हंगामा कर रहे बीईओ को समझाने का प्रयास किया, लेकिन गुस्से में बीईओ ने अपनी शर्ट तक फाड़ डाली। कर्मचारियों ने उन्हें काबू कर कक्षा से निकाला। इस हाईवोल्टेज ड्रामे के कारण कार्यालय का कामकाज काफी देर तक प्रभावित रहा।
बीएसए के मुताबिक, बीईओ द्वारा पेयरिंग संबंधी बार-बार गलत रिपोर्ट प्रस्तुत की जा रही थी, जिसे सही कराने के उन्हें कई बार निर्देश दिए थे। भ्रामक सूचनाएं देकर उसे ही स्वीकार करने के लिए दबाव बनाते थे। इसके अलावा कई अन्य विभागीय कार्यों में भी लगातार शिथिलता बरत रहे हैं।
कई बार समझाकर चेतावनी तक भी दी जा चुकी थी।
उधर, जब बीईओ अंबिका प्रसाद ओझा से उनका पक्ष जानने के लिए फोन किया गया तो उन्होंने रिसीव नहीं किया। बाद में वाट्सएप पर मैसेज भेजा गया पर उनके द्वारा कोई जवाब नहीं दिया गया।
उधर, इस प्रकरण में बीएसए कोमल ने कहा कि कार्यालय में बीईओ का व्यवहार पूरी तरह अमर्यादित व अशोभनीय था। वह लगातार कार्यों में लापरवाही बरत रहे थे। लखनऊ मुख्यालय को बीईओ के विरूद्ध कार्रवाई के लिए संस्तुति कर दी गई है।
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