30-35 वर्ष का था मखना हाथी...करंट की चपेट में आ गया, हो गई मौत
- शिवालिक वन प्रभाग की मोहंड रेंज की थापुल बीट लटके तारों की चपेट में आया गजसंवाद सूत्र, जागरण, बिहारीगढ़ (सहारनपुर) : शिवालिक वन प्रभाग की मोहंड रेंज ...और पढ़ें

करंट लगने से जंगल में मृत पड़ा हाथी। जागरण
संवाद सूत्र, जागरण, बिहारीगढ़ (सहारनपुर)। शिवालिक वन प्रभाग की मोहंड रेंज की थापुल बीट के अधीन एक खेत से गुजर रही हाईटेंशन लाइन के लटक रहे तारों की चपेट में आकर करंट लगने से हाथी की मौत हो गई। वन अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर चिकित्सकों की टीम से हाथी के शव का पोस्टमार्टम कराया। विसरा जांच के लिए बरेली भेजा जाएगा। बाद में हाथी के शव को जेसीबी से गड्ढ़ा खोदकर दबाया गया।
शुक्रवार रात एक मखना हाथी शिवालिक के जंगल से निकलकर खेतों से होते हुए आबादी की ओर आ रहा था। जब वह सुंदरपुर-शाकंभरी मार्ग पेट्रोल पंप से आगे जाने वाले रास्ते पर एक खेत से गुजर रहा था तभी हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गया। हाईटेंशन लाइन के तार जमीन से मात्र सात फीट की ऊंचाई पर थे। करंट लगने से हाथी की मौत हो गई। मोहंड रेंज अधिकारी लव सिंह टीम के साथ मौके पर पहुंचे। डीएफओ विपुल सिंघल भी पहुंच गए। हाथी की उम्र 30 से 35 वर्ष के बीच आंकी गई। रेंज अधिकारी लव सिंह ने बताया कि चिकित्सकों के पैनल में शामिल निशांत, अमित कुमार, अंकित यादव ने हाथी के शव का पोस्टमार्टम किया। मुख्य वन संरक्षक के इलांगो, डीएफओ विपुल सिंघल, मोहंड रेंज अधिकारी लव सिंह सहित वन विभाग के कर्मचारी मौजूद रहे।
अकेला चलता है मखना हाथी : मोहंड रेंज अधिकारी लव सिंह के मुताबिक, मखना हाथी अकेला चलता है। यह कभी हाथियों के झुंड के साथ नहीं चलता है। जिस हाथी की मौत हुई वह बड़े ही शांत स्वभाव का था, जिसे ज्यादातर मोहंड के आसपास सड़क किनारे भी घूमता हुआ देखा जाता था। यह डेढ़ दांत वाले हाथी नाम से प्रसिद्ध था।

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