शेल्टर होम में भूख-प्यास से तड़प कर 15 कुत्तों की मौत, बदबू आने पर खोला गोदाम तो नजारा देख उड़ गए होश
सहारनपुर में एक शेल्टर होम में भूख-प्यास से तड़पकर 15 कुत्तों की मौत हो गई। यहाँ 26 आवारा कुत्ते रखे गए थे जिनमें से कुछ बीमार थे। लोगों ने एनजीओ को सूचना दी। शेल्टर होम दो सप्ताह से बंद था। ट्रस्ट की संचालिका का कहना है कि कुत्तों की मौत भूख-प्यास से नहीं हुई है। पशु चिकित्सा कल्याण अधिकारी ने जांच के आदेश दिए हैं।

जागरण संवाददाता, सहारनपुर। शेल्टर होम में भूख-प्यास से तड़पकर 15 कुत्तों की मौत हो गई। यहां पकड़कर लाए गए 26 आवारा कुत्ते रखे हुए थे। इनमें से कुछ बीमार थे, जिनका उपचार चल रहा था। लोगों ने एनजीओ को जानकारी दी। शेल्टर होम खोला तो कुत्ते मरे थे। लोगों का कहना है कि शेल्टर होम दो सप्ताह से बंद था।
समय सिंह सैनी के गोदाम को छह महीने पहले नजराना साबरी और शिवांश ने किराए पर लेकर शेल्टर होम बनाया था। शेल्टर होम निजाम साबरी अल मदर्स ट्रस्ट की निगरानी में था। गली-मुहल्लों के कुत्तों के अलावा जख्मी कुत्तों को यहां रखा जाता था। देखभाल के लिए श्रमिक थे। समय सिंह ने मंगलवार सुबह गोदाम खोला तो अंदर 15 कुत्ते मरे मिले, जबकि कुछ भूख-प्यास से तड़प रहे थे।
समय सिंह ने बताया कि गोदाम छह महीने पहले नजराना साबरी को किराए पर दिया था। तबीयत खराब होने पर महीने भर से वह गोदाम पर नहीं गए। उसे गांव की लड़की लक्ष्मी जब चाबी देकर गई तब पता चला कि 15 दिन से गोदाम बंद है और बदबू आ रही है।
ट्रस्ट की संचालिका नजराना साबरी का कहना है कि भूख-प्यास से कुत्तों की मौत नहीं हुई है। लव फॉर चैरिटेबल ट्रस्ट की निगरानी में शेल्टर होम चल रहा था। वह ही इसकी देखरेख कर रहे थे। पशु चिकित्सा कल्याण अधिकारी डॉ. संदीप मिश्रा ने बताया कि महिला और युवक शेल्टर होम चला रहे थे। कुत्तों की मौत की जानकारी मिली है। मामले की जांच कराई जाएगी। जो भी तथ्य सामने आएंगे उसी के आधार पर कार्रवाई होगी।
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