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    3 थानों के बीच 'फंसा' सोनकपुर गांव! सीमा विवाद में झूलती रहती है पुलिस कार्रवाई, अपराधी बेखौफ

    Updated: Tue, 16 Dec 2025 03:15 PM (IST)

    रामपुर जिले का सोनकपुर गांव तीन थानों के सीमा विवाद में फंसा हुआ है। सीमांकन स्पष्ट न होने के कारण पुलिस कार्रवाई में अक्सर देरी होती है, जिससे अपराधि ...और पढ़ें

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    सोनकपुर ग्राम पंचायत

    संवाद सहयोगी, जागरण, स्वार। सोनकपुर एक ऐसा गांव है कि अगर यहां कोई घटना घटित होती है तो एक साथ तीन थानों की पुलिस दौड़ती है। कई मामलों में तो पुलिस एक दूसरे के क्षेत्र की घटना बताकर अपना पल्ला झाड़ने की कोशिश भी करती है। इसके चलते पीड़ित तीनों थानों के चक्कर काटने को मजबूर हो जाते हैं।

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    बता दें कि 13 दिसंबर को सोनकपुर और मिलक काजी के जंगल में गोवंशीय पशु के अवशेष मिलने पर बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं ने हंगामा कर तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी। गोकशी की घटना की सूचना पर थाना टांडा, अजीमनगर और स्वार कोतवाली पुलिस घटना स्थल पर पहुंची थी।

    तीनों थानों की पुलिस अपनी-अपनी सीमा क्षेत्र से बाहर घटना होने की बात कहकर आपस में उलझी रही। आखिरकार पुलिस अधीक्षक ने घटना स्थल स्वार कोतवाली का बताकर कार्रवाई के निर्देश दिए। साथ ही घटना का शीघ्र राजफाश करने की चेतावनी दी थी। स्वार पुलिस ने घटना में शामिल गोतस्कर मोअज्जम अली को रविवार की मध्य रात्रि में छपर्रा बांध के पास मुठभेड़ के बाद दबोच लिया।

    इसी तरह 29 जून को गांव सोनकपुर में 20 लाख रुपये की चोरी हुई थी। जिसमें चोर सोने चांदी के आभूषण समेत नकदी चोरी कर ले गए थे। घटना की सूचना पर तीनों थानों की पुलिस पहुंची थी और घटना स्थल थाना टांडा का होने पर टांडा पुलिस ने घटना की रिपोर्ट दर्ज की थी। तीन थानों के बीच बंटे 4500 की आबादी वाले इस गांव में अक्सर कोई अपराध होने पर ग्रामीण थानों के चक्कर ही लगाते रहते हैं।

    गांव का एक हिस्सा स्वार, तो दूसरा टांडा थाना में आता है, जबकि तीसरा हिस्सा अजीमनगर थाना की सीमा में है। गांव को एक थाने में शामिल कराने के लिए ग्रामीणों ने कई बार मांग उठाई। लेकिन, समस्या का निस्तारण नहीं हो सका है। पहले यह गांव टांडा थाना क्षेत्र में आता था। करीब पांच दशक पहले कोसी नदी में बाढ़ आने के कारण गांव अपने स्थान से हटता चला गया था।

    सोनकपुर से सटा रसूलपुर फरीदपुर गांव है। कुछ लोगों ने फरीदपुर के रकबे में घर बना लिए, जबकि कुछ लोग खेमपुर के मझरा चांद के रकबे में रहने लगे। रसूलपुर फरीदपुर स्वार थाना की सीमा में आता है, जबकि मझरा चांद अजीम नगर थाने की सीमा में है। बाद में आबादी बढ़ने पर गांव एक हो गया था।

     

    गांव की अधिकतर आबादी टांडा थाना की सीमा में है। गांव से टांडा की दूरी 25 किलोमीटर से भी ज्यादा है, जबकि अजीमनगर थाना 15 किमी और स्वार थाना मात्र पांच किलोमीटर दूर है। गांव की तहसील और ब्लाक भी स्वार है, इसलिए गांव के लोग चाहते हैं कि पूरा गांव स्वार कोतवाली में शामिल किया जाये। जिसका प्रस्ताव भी कई बार भेजा गया है।

    - प्रेम सिंह, ग्राम प्रधान

     

    स्वार कोतवाली का गांव झाऊपुरा कोसी नदी पार है। कोसी नदी के कटान ने गांवों को काट दिया था। जिस पर कुछ नदी के इस पार आ गए जबकि एक मझरा नदी पार ही बसा हुआ है। सीमावर्ती गांवों को लेकर दिक्कतें तो आती हैं। उच्चाधिकारियों को इन गांवों के प्रस्ताव बनाकर भेजे जायेंगे।

    - प्रदीप मलिक, कोतवाल स्वार


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