कोरोना काल में घर-घर में हुआ योग
कोरोना काल में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर लोगों ने अपने घरों में रहकर ही योग कि
रामपुर : कोरोना काल में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर लोगों ने अपने घरों में रहकर ही योग किया। शहर के लोग घर के अंदर रहकर ठीक तरीके से योग कर सकें, इसके लिए विभिन्न संगठनों की द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से योगाभ्यास का सीधा प्रसारण किया गया। इसको देखकर लोगों ने अपने-अपने घरों पर रहकर ही योग किया, जिससे हर साल की तरह इस बार कहीं पर भी लोगों की भीड़ नहीं जुटी। कोरोना से लड़ने के लिए शरीर का स्वस्थ रहना जरूरी है। इसी के मद्देनजर इस बार लोगों में योग के प्रति काफी उत्साह देखा गया। फेसबुक, गूगल मीट से किस तरह से जुड़कर योग किया जा सकता है। इसके बारे में पहले से ही अपने परिचितों से जानकारी हासिल की और तय समय पर अपने-अपने घरों में पूरे परिवार के साथ योग किया।
परमहंस भारतीय महायोग शोध संस्थान एवं श्री त्रिपुरेश्वरी शक्ति पीठ में आचार्य राधे श्याम वासंतेय ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर योग के विभिन्न आसन किए, जिसको ऑन लाइन देखकर साधकों के द्वारा अपने-अपने घरों में योग किया गया। इस दौरान उन्होंने कहा कि योग ही एकमात्र माध्यम है, जो हमें नकारात्मक विचारों एवं उत्तेजना से मुक्ति दिला सकता है। एकाग्रचित होकर योग की क्रियाओं को अपने जीवन का अंग बनाने से अनेक बीमारियों एवं व्याधियों से मुक्ति प्राप्त हो सकती है। शरीर सुंदर और कांतिमय बनता है। हड्डियां मजबूत और लचीली बनती हैं, जिससे मांसपेशियों और भीतरी अंगों को ताकत मिलती है। रक्त वाहिनियां भी दुरुस्त होती है। नाड़ियां और धमनियां भी मजबूत रहकर फेफड़ों, मस्तिष्क और आंखों को लाभ पहुंचाती रहती है। योग के आसनों को निरंतर करने से शरीर के भीतरी अंगों में जमा मल और जहरीले पदार्थ बाहर निकल जाते हैं जिससे कि वह अंग पुन: सुचारू रूप से कार्य करने लगते हैं। नियमित योग करने वाला व्यक्ति लम्बे काल तक स्वस्थ रह सकता है, जब शरीर अंदर से स्वस्थ और ताकतवर बनेगा तो स्वाभाविक रूप से ही बाहरी अंगों और चमड़ी को इसका लाभ मिलेगा। संपूर्ण देह कांतिमय, सुंदर और स्वस्थ नजर आएगी। योग करने से जब मन, बुद्धि, अहंकार समाप्त होगा तो शरीर भी निरोगी बना रहेगा और वह व्यक्ति कठिन से कठिन काम स्वाभाविक रूप से कर सकता है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को कोरोना महामारी से लड़ने के लिए ऊर्जा बढ़ाने के लिए निरंतर यम नियम का पालन करना चाहिए। प्राणायाम, ध्यान करना चाहिए।
उधर पतंजलि परिवार की ओर से कार्यालय पर सरकारी प्रोटोकॉल के अनुसार योगाभ्यास कराया गया। डॉ.पीएन मेहरा ने बताया कि पतंजलि योगपीठ हरिद्वार द्वारा इस बार कोरोना महामारी के कारण सभी को घर पर रहकर योग करने का आह्वान किया गया है। इसीलिए जिला कार्यालय से फेसबुक और गूगल मीट के माध्यम से योगाभ्यास का सीधा प्रसारण किया गया। संगठन के सभी पदाधिकारियों और योग साधकों ने अपने घर पर ही योगाभ्यास किया। भारत स्वाभिमान के जिला प्रभारी मुनीश चंद्र शर्मा ने कहा योग दिवस भारतवर्ष की उस गौरवशाली परंपरा की याद दिलाता है जो हमारे ऋषि-मुनियों ने स्थापित की थी। योग शरीर और मन को जोड़ने वाली क्रिया है। बदलती जीवन शैली में हमें रोगों से लड़ने की शक्ति प्राणायाम और योगाभ्यास से मिलती है। इसलिए आज पूरा विश्व भारत की इस ऐतिहासिक विरासत को अपनाकर निरोगी बन रहा है। इस दौरान अंबर वशिष्ठ, रवि मेहरा, तापस गुप्ता, सुधा शर्मा, डॉ.मोनिका शर्मा, परिधि शर्मा आदि ने योगाभ्यास किया। इसके अलावा शहर के पुराना गंज में योग ट्रेनर मोनिका प्रजापति के द्वारा योगाभ्यास कराया गया। इस मौके पर अंकित प्रजापति, कमलेश कुमारी, अंकिता श्रीवास्तव, खुशबू, हर्षित, सोनिया, मनीषा, नेहा, लक्ष्मी, कृष्णा सुबोध कुमार ने योगाभ्यास किया। प्रनभ योग संस्थान और अंतर योग की ओर से योग किया गया। इस दौरान प्रज्ञा गुप्ता, भावना गुप्ता, अंतरा यादव आदि मौजूद रहे। जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने भी अपने बच्चों के साथ आवास पर ही योग किया। व्यापारी नेता पीयूष जिदल, अखिल भारतीय मुस्लिम महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष फरहत अली खां ने अपने घर पर परिवार के सदस्यों के साथ योग किया। इसी तरह शहर में अन्य लोगों ने अपने-अपने घरों पर रहकर योग किया।
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