कौन था रामपुर का सबसे बड़ा इनामी बदमाश? एनकाउंटर के बाद अस्पताल में उसे देखने के लिए जुटने लगे लोग
गोरखपुर में नीट के छात्र की हत्या के आरोपी गो तस्कर जुबैर को रामपुर पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया। अस्पताल में भीड़ जमा होने पर पुलिस ने सख्ती बरती। अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। जुबैर पर कई आपराधिक मामले दर्ज थे और उस पर एक लाख का इनाम भी था। मुठभेड़ में पुलिसकर्मियों के घायल होने की भी खबर है।

जागरण संवाददता, रामपुर। गोरखपुर में नीट के छात्र दीपक गुप्ता की हत्या में फरार गो तस्कर जुबैर को पुलिस ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया। जब उसे जिला अस्पताल लाया गया तो वहां उसे देखने के लिए मरीजों के तीमारदार व शहर के लाेग जुटने लगे। भीड़ जमा हाेते देख पुलिस सतर्क हो गई। शहर के तीनों थानों की पुलिस को बुला लिया गया और जिला अस्पताल परिसर छावनी में तब्दील हो गया।
जिलाधिकारी जोगिन्दर सिंह और पुलिस अधीक्षक विद्यासागर मिश्र क अलावा मुरादाबाद से डीआइजी मुनिराज जी भी जिला अस्पताल पहुंच गए। अस्पताल में चिकित्सकों ने जुबैर के मृत घाेषित कर दिया। डीआइजी ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि उन्होंने घटनास्थल का भी निरीक्षण किया।
जानकारी मिली है कि फरार गो तस्कर जुबैर अपने किसी साथी के साथ बाइक से चाकू चौराहे से मंडी समिति की ओर जा रहा था। सूचना पर पुलिस ने घेराबंदी की। उसने पुलिस को देख तमंचे से गोली चलाई। जवाब में पुलिस ने भी गोली चलाई। उसकी गोली से हमारे दारोगा और सिपाही घायल हुए हैं, जबकि पुलिस की गोली लगने से वह वह भी घायल हुआ।
अस्पताल में चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया है। उधर, जिला अस्पताल में उसकी मौत की जानकारी होने पर कई थानों की पुलिस को बुला लिया गया। अस्पताल में भीड़ जुटने लगी। पुलिस ने सभी को हटाया।
लोगों में चर्चा होने लगी कि जुबैर कम उम्र से इस धंधे में उतर गया। उसने जिले के बाहर भी अपना नेटवर्क फैला लिया था। जिले में अभी तक कोई ऐसा गो तस्कर नहीं हुआ, जिस पर एक लाख का इनाम रखा गया हो।
बलरामपुर में सिपाही को भी घायल कर फरार हुआ था जुबैर
पुलिस मुठभेड़ में ढेर हुए जुबैर के खिलाफ करीब 18 मुकदमे दर्ज हैं। उसके खिलाफ जिले के शहर कोतवाली, गंज कोतवाली, मिलक कोतवाली, केमरी थाना में पशु क्रूरता अधिनियम, गोहत्या निवारण अधिनियम, गैंगस्टर, शस्त्र अधिनियम आदि धाराओं में प्राथमिकी दर्ज हैं।
इसके अलावा बलरामपुर और गोरखपुर जिले में भी मुकदमे दर्ज हैं। बलरामपुर जिले में पहली सितंबर 2024 काे उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। वह बलरामपुर में अपने साथियों के साथ मिलकर गोवंशीय पशुओं को वाहन में लाद रहा था।
सूचना पर तुलसीपुर थाना पुलिस वहां पहुंच गई। गो तस्करों से पूछताछ करने लगी। इसी दौरान गो तस्कर जुबैर कुरैशी ने सिपाही मनीष कुमार को सिर पर डंडा मारकर घायल कर दिया था। इसके बाद सभी गाड़ी छोड़कर भाग गए थे। बलरामपुर पुलिस को वाहन में आठ गोवंशीय पशु मिले थे। तब भी वह फरार हो गया था।
डीआइजी गोंडा ने उसकी गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपये का इनाम रखा था। वह गिरफ्तारी से बचने को दूसरे राज्यों में छिपकर रह रहा था। छह जनवरी 2025 को एसटीएफ ने शहजादनगर थाना पुलिस की मदद से उसे मुठभेड़ के बाद दबोच लिया था। बाद में जमानत पर जेल से बाहर आकर फिर अपराध करने लगा था।
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