रामपुर: बीहर रजवाहे की सफाई न होने से दढ़ियाल के किसानों में भारी रोष, बरसाती पानी से फसल बर्बादी की चिंता
दढ़ियाल समेत दर्जनों गांवों के किसान बीहर रजवाहे की सफाई न होने से आक्रोशित हैं। पटरी टूटने से खेतों में पानी भरा। किसानों ने आरोप लगाया कि नहर विभाग सफाई के नाम पर सिर्फ लीपापोती कर रहा है और बड़ी रकम हजम की जा रही है। किसानों ने तुरंत सफाई की मांग की।
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रजबहे में भरी गंदगी
संवाद सूत्र, जागरण, दढ़ियाल। नगर समेत दर्जनों गांवों से होकर गुजरने वाले बीहर रजवाहे की सफाई न होने से किसानों की परेशानी का सामना करना पड़ता है। किसानों को बरसात में अनावश्यक पानी वहाब से फसलों के नुकसान की चिंता सताने लगी है। वहीं, सिरका पट्टी कुंडेसरी से जटपुरा तथा पलटा फार्म से भाटी खेड़ा के बीच नहर की पटरी टूट गई है ।
गांव वालों ने कट्टे लगाकर पानी को रोका है। वहां अधिक पानी आने से नहर की पटरी टूट जाती है पानी खेतों में पहुंचने से फसलों को नुकसान होता है। किसानों ने नगर विभाग के अधिकारियों पर नहर की सफाई कराने के नाम पर लीपापोती का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि नहर की सफाई में लीपापोती के नाम बड़ी रकम हजम कर जाते हैं।
दढ़ियाल से ग्राम रामपुर धम्मन, मोहब्बत नगर , जटपुरा, रूपापुर सीरका पट्टी कुंडेश्वरी, कुंडेश्वरा, भाटी खेड़ा , पलटा फार्म , मुवाना समेत दर्जनों गांवों के किसानों की खेती योग्य भूमि बीहर रजवाहे का सफाई कार्य नहीं होने से हल्की बारिश का पानी खेतों में भर जाता है। विगत वर्षों में भारी वर्षा होने एवं पहाड़ी क्षेत्र का पानी रामनगर डैम से अधिक मात्रा में छोड़े जाने के कारण बीहर रजवाहे के पानी का बहाव क्षमता से अधिक हो गया था। जिसके फलस्वरुप किसानों की फसल चौपट हो गई थी।
किसानों का कहना है कि नहर और बीहर रजवाहे में उत्तराखंड के शहर काशीपुर में स्थापित फैक्ट्री का रसायन युक्त दूषित पानी भी डाला जाता है जल भराव के कारण वह दूषित पानी फसलों को बहुत अधिक नुकसान करता है। उत्तराखंड सीमा तक तो बीहर रजवाहे की सफाई उत्तराखंड फैक्ट्री के द्वारा कर दी जाती है परंतु रामपुर जिले की सीमा में सफाई नहीं हो पाती है। फसलों को खराब होने से बचाने के लिए बीहर एवं रजवाहे की सफाई होना अति आवश्यक है। जिससे फसल का नुकसान न हो।
नगर विभाग के अवर अभियंता नितिन कुमार का कहना है कि सीरका पट्टी कुंडेसरी से जटपुरा, तथा पलटा फार्म से भाटी खेड़ा तक नहर कार्य के लिए स्टीमेट बनाकर भेज दिया गया है स्वीकृत होने पर जल्द कार्य कराया जाएगा। वहीं एसडीओ नहर विभाग अजीत सिंह ने बताया कि नहर, वीहर , या रजवाहे की सफाई का कार्य अप्रैल के बाद और जून से पहले किया जाता है।

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