'जेल में मुख्तार की मौत के बाद से मैं अचार संग खाने लगा था रोटी', दिल्ली से लौटे आजम का बड़ा बयान
आजम खान ने दिल्ली से लौटने के बाद मीडिया से बात करते हुए धीमा जहर दिए जाने के सवाल पर सफाई दी। उन्होंने कहा कि उन्हें समझने में गलती हुई। उन्होंने मुख्तार अंसारी की खबर से सतर्क होकर खाने-पीने के मामले में सावधानी बरती। आजम खान ने जेल में खाना बनाने की बात को भी गलत बताया और कहा कि वे बहुत कम खाना खाते थे।

जागरण संवाददाता, रामपुर। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खां ने दिल्ली में उपचार के बाद रामपुर वापस लौटकर मीडिया से बात की। जेल में धीमा जहर दिए जाने के आरोप पर उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी बात को गलत समझा गया। उन्होंने कहा, "जब मुख्तार अंसारी के निधन की खबर आई और यह पता चला कि उन्हें धीमा जहर दिया गया, तब से मैं खाने-पीने के मामले में सतर्क हो गया। मैं दिन में एक और रात में आधी रोटी नींबू के अचार के साथ खाता था।"
आजम खां 22 अक्टूबर 2023 से सीतापुर जिला कारागार में निरुद्ध थे। 23 सितंबर को रिहा होकर रामपुर पहुंचे थे। 24 सितंबर को उपचार के लिए दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती हुए थे। यह बयान उन्होंने कुछ दिन पहले दिल्ली में उनसे मिलने आए मीडियाकर्मियों के बीच उनके भोजन में धीमा जहर दिए जाने की चर्चा के संदर्भ में दिया। आजम खां ने कहा कि उन्होंने पांच साल जेल की एक छोटी सी कोठरी में बिताए, जहां इंसान का नामोनिशान नहीं था। ऐसे हालात में बीमार होना स्वाभाविक है। अब उनकी सेहत में सुधार हो रहा है और उनकी प्राथमिकता स्वास्थ्य सुधारना है, इसके बाद वे आगे की रणनीति तय करेंगे।
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आने के सवाल पर आजम ने कहा- ‘अखबार के माध्यम से जानकारी मिली है। इस गरीब का (खुद का) गली में घर है, जहां बरसात में दो-ढाई फीट पानी भर जाता है। ऐसे में हमारे घर कोई भी बड़ा आदमी आएगा तो यह हमारे लिए इज्जतअफजाई होगी।’ उन्होंने आइ लव मोहम्मद प्रकरण पर बोलने से इनकार कर दिया।
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