यूपी की परिवहन निगम डिपो की बसों को लेकर हो गया बड़ा खुलासा, यात्रियों की सुरक्षा खतरे में
रायबरेली परिवहन निगम डिपो की ज्यादातर बसों में वीएलटी उपकरण निष्क्रिय पाए गए हैं जिससे बसों की निगरानी में लापरवाही हो रही है। टीआईएस पोर्टल की समीक्षा में यह खुलासा हुआ है कि कई चालक तय गति से अधिक बस चला रहे हैं जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। विभाग अब वीएलटी उपकरणों को सक्रिय करने और दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है।

जागरण संवाददाता, रायबरेली। परिवहन निगम डिपो की 175 बसों में से अधिकांश बसों में वीएलटी (व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस) उपकरण सक्रिय नहीं पाए गए हैं। यह चौंकाने वाला खुलासा टीआईएस पोर्टल की हालिया समीक्षा के दौरान सामने आया है।
परिवहन विभाग की ओर से समय-समय पर बसों की निगरानी हेतु टीआईएस पोर्टल का सहारा लिया जाता है, लेकिन जब समीक्षा की गई तो यह पाया गया कि अधिकांश बसों में वीएलटी या तो खराब हैं या पूरी तरह से निष्क्रिय हैं।
ऐसे में बसों की गति, लोकेशन और अन्य महत्वपूर्ण गतिविधियों पर नियंत्रण नहीं रह गया है। इस लापरवाही का नतीजा यह हो रहा है कि कई चालक तय मानकों से अधिक गति से बसों का संचालन कर रहे हैं, जिससे ओवरस्पीडिंग की घटनाएं बढ़ गई हैं।
ऐसे में यात्रियों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। पिछले कुछ समय में हुई दुर्घटनाओं की जांच में भी यही सामने आया कि यदि वीएलटीडी सक्रिय होते, तो दुर्घटनाएं टाली जा सकती थीं। परिवहन विभाग के अधिकारियों ने इस मामले को गंभीरता से लेकर कार्रवाई की तैयारी में जुट गया है।
जल्द ही सभी बसों में वीएलटी उपकरणों की जांच कर उन्हें सक्रिय करने के निर्देश दिए जाएंगे। साथ ही दोषी कर्मचारियों पर भी कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है। यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु सख्त कदम उठाना अब अनिवार्य हो गया है।
क्षेत्रीय प्रबंधक आरके त्रिपाठी का कहना है कि टीआईएस पोर्ट्ल का लागिन डिपो को उपलब्ध कराया गया है। जिसमें ओवर स्पीड की सूची में प्रदर्शित बसों का डाटा में वीएलटी सक्रिल नही पाएं गए है। जिसको लेकर डिपो स्तर के अधिकारियों से इस संदर्भ में रिपोर्ट तलब किया गया है जिसके साथ ही ओवर स्पीड में वाहन चालकों का डाटा भी मांगी गई है।
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