नहीं थम रही पत्थरबाजी! फरवरी से अब तक वंदेभारत एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी की हुई 16 घटनाएं
रायबरेली में वंदेभारत एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। फरवरी से अब तक 16 घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें शामिल अभियुक्तों की ग ...और पढ़ें

प्रतीकात्मक तस्वीर
जागरण संवाददाता, रायबरेली। दो आरपीएफ पोस्ट के अन्तर्गत फरवरी से अब तक 16 घटनाएं पत्थरबाजी की हो चुके हैं। जिसमें अभियुक्तों के गिरफ्तार करने के लिए टीमें जांच कर रही हैं। जिसके विचाराधीन होने के पीछे वंदेभारत के मंगाए गए फुटेज साफ न मिलने के साथ ही सिविल पुलिस से भी सहयोग मांगा गया है।
वंदेभारत एक्सप्रेस पर अब तक पत्थरबाजी की गई घटनाएं हो चुकी है। इसको लेकर रेलवे ने ट्रेन निकलने के समय सात हॉटस्पॉट चयनित कर सुरक्षा बल भी तैनात किए, इसके बाद भी घटना पर रोक नहीं लग पा रही हैं।
वंदेभारत पर अब तक 27 फरवरी को बछरावां व उतरेठिया के बीच, पांच मार्च को रायबरेली स्टेशन पर, 16 अप्रैल को बछरावां रेलवे स्टेशन के अंतर्गत, 13 मई को ऊंचाहार व लक्ष्मणपुर स्टेशन के बीच, 19 मई को रायबरेली स्टेशन के पास, तीन जून को कुंडा व ऊंचाहार स्टेशन के बीच, पांच जून को ऊंचाहार से भदरी स्टेशन के बीच, 11 जून को ऊंचाहार-लक्ष्मणपुर स्टेशन के बीच, 11 अगस्त को ऊंचाहार से लक्ष्मणपुर स्टेशन के बीच, 21 अगस्त को प्रयागराज से ऊंचाहार के बीच, 15 सितंबर को लक्ष्मणपुर और ऊंचाहार के बीच पत्थरबाजी की घटना हो चुकी हैं।
आठ अक्टूबर को गाड़ी संख्या 22549 वंदे भारत एक्सप्रेस पर रायबरेली से प्रयागराज जाते समय लक्ष्मणपुर व ऊंचाहार रेलवे स्टेशन के बीच, 29 अक्टूबर को प्रयागराज से ऊंचाहार के बीच, 14 दिसंबर को कुंडा से ऊंचाहार के बीच, 15 दिसंबर को श्रीराजनगर से निगोहां स्टेशन के बीच, 18 दिसंबर को कुंडा से ऊंचाहार के बीच पत्थरबाजी हुई।
पत्थरबाजी की घटना को लेकर बीते 30 अगस्त को जीआरपी की डीआईजी सुधा सिंह व एसपी रोहित मिश्र ने बछरावां, रायबरेली व ऊंचाहार क्षेत्र में घटनास्थल का जायजा भी लिया था। वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त रेल सुरक्षाबल लखनऊ देवांश शुक्ल का कहना है कि टीमें लगी हैं, जल्द ही राजफाश किया जाएगा।
यह भी पढ़ें- बंद कमरे में अंगीठी ही नहीं ये चीजें जलाना भी हो सकता है जानलेवा, इन बातों का रखें ध्यान
पहले भी हो चुकी हैं साजिशें
ऊंचाहार और परियावां के बीच ट्रेनों को डिरेल करने की साजिशें कोई नई बात नहीं हैं। 19 जुलाई 2025 को अरखा व मानिकपुर स्टेशन के मध्य साइकिल ट्रैक पर फेंक बरेली एक्सप्रेस को डिरेल करने की साजिश की गई, सात सितंबर 2024 में लक्ष्मणपुर-दरियापुर स्टेशन के बीच में एक मालगाड़ी पटरी पर रखे स्लीपर से टकरा गई थी, 16 सितंबर को अरखा -परियावां स्टेशन के बीच नौचंदी एक्सप्रेस पर ट्रैक पर रखे स्लीपर से टकरा गई थी।
उस समय भी लोको पायलट की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया था। हालांकि अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। खुफिया विभाग ने तब घटनास्थल के आसपास के लोगों से पूछताछ की थी और भारी संख्या में मोबाइल नंबरों को सर्विलांस पर लिया गया था, पर कोई सुराग नहीं मिला।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।