10 दिन में वंदे भारत एक्सप्रेस की आठ बोगियों के शीशे टूटे, पत्थरबाजों की शुरू हुई उल्टी गिनती
रायबरेली में गोरखपुर-प्रयागराज वंदे भारत एक्सप्रेस की आठ बोगियों के शीशे दस दिनों में दरकने से हड़कंप मच गया है। रेलवे और सुरक्षा एजेंसियां जांच में जुटी हैं क्योंकि दरारें पत्थरबाजी की आशंका जता रही हैं। आरपीएफ और जीआरपी ने सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू कर दिए हैं और फोटोग्राफी के जरिए तकनीकी साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।

जागरण संवाददाता, रायबरेली। स्टेशन होकर चलने वाली गोरखपुर से प्रयागराज के बीच संचालित वंदे भारत एक्सप्रेस की आठ बोगियों में शीशे 10 दिन में दरकने की घटना सामने आई है। यह मामला रेलवे व सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का विषय बन गया है। दरके हुए शीशे यह पत्थरबाजी की घटनाओं की ओर इशारा कर रहे हैं।
बीते 10 दिनों में जब ट्रेन रायबरेली होकर गुजरी तो रेलवे कर्मियों की निगाहें बोगियों के दरके शीशों पर पड़ीं। सबसे पहले यह मामला प्लेटफॉर्म पर मौजूद स्टॉफ की नजर में आया, जिन्होंने इसकी सूचना रेलवे सुरक्षा बल व जीआरपी को दी।
आरपीएफ व जीआरपी अधिकारियों ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल कार्रवाई शुरू कर दी है। सबसे पहले दरके हुए शीशों की फोटोग्राफी कराई गई है, ताकि जांच में तकनीकी साक्ष्य सुरक्षित रखे जा सकें। इसके साथ ही संबंधित स्थानों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं, जहां ट्रेन के गुजरने के दौरान यह संभावित घटनाएं हुई हों।
स्थानीय रेलवे के अधिकारियों का मानना है कि यदि यह पत्थरबाजी का मामला है तो यह एक गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है। जीआरपी एसपी रोहित मिश्र का कहना है कि वंदेभारत एक्सप्रेस के बोगियों के शीशे दरकने की सूचना मिली है जिसको पुलिस टीम से सभी बोगियों का फोटो कराने के बाद जांच करवाया जाएगा।
जिन्होने कहा कि पत्थरबाजों के खिलाफ कठोर कार्रवाई भी होगा। वहीं वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त रेल सुरक्षा बल लखनऊ देवांश शुक्ल का कहना है कि 10 दिन में आठ बोगियों के शीशे दरके की सूचना मिला है।
जिसको लेकर मंडल स्तर से टास्कफोर्स टीम गठित कर जांच करवाया जा रहा है। जिसके साथ ही वंदेभारत के बोगियों में दरके शीशों की वीडियो ग्राफी व फोटो भी खींचकर जांच शुरू कर दी गई है।
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