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    रायबरेली में एजेंसी दिलाने के नाम पर व्यापारी से 10 लाख की ठगी, पुल‍िस ने दर्ज कि‍या मुकदमा

    Updated: Wed, 17 Sep 2025 08:33 PM (IST)

    रायबरेली के मुंशीगंज में एक व्यापारी को एजेंसी दिलाने के नाम पर 10 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। पीड़ित ने दो लोगों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक सामान की कंपनी का डिपो दिलाने का झांसा देकर पैसे लिए और फर्जी कागजात दिए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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    एजेंसी दिलाने के नाम पर व्यापारी से 10 लाख की ठगी।- सांकेत‍िक तस्‍वीर

    जागरण संवाददाता, रायबरेली। मुंशीगंज निवासी एक व्यापारी ने दो लोगों पर एजेंसी दिलाने के नाम पर 10 लाख रुपये की ठगी का आरोप लगाया है। आरोप है कि दो आरोपितों ने उन्हें इलेक्ट्रॉनिक सामानों की कंपनी का डिपो दिलाने का झांसा देते हुए 10 लाख रुपये खाते में जमा कराए और फर्जी अनुबंध पत्र सौंप दिया। पीड़ित व्यापारी की तहरीर पर पुलिस ने गैर जनपद निवासी एक व्यक्ति समेत दो आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है।

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    भदोखर के मुंशीगंज निवासी मोहन लाल गुप्ता ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि फरवरी 2024 में कोतवाली नगर के इंदिरा नगर निवासी राजेश गुप्ता उनके पास आए और कहा कि वह सुंदर कूल होम इंपलाइंसेज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के मैनेजर हैं, जबकि प्रतापगढ़ के नंदलाल का पुरवा (संदौरा) पोस्ट हरिहरगंज थाना रानीगंज निवासी बलराम तिवारी इस कंपनी के डायरेक्टर हैं।

    मोहन लाल के मुताबिक राजेश ने उन्हें बताया कि उनकी कंपनी में कूलर, पंखा, मिक्सी का निर्माण व सप्लाई का काम किया जाता है। साथ ही राजेश ने उनसे कहा कि आप कंपनी की एजेंसी ले लीजिए व मैं आपको कंपनी का डिपो दिलवा दूंगा, जिससे आप 25 जिलों में माल सप्लाई कर सकेंगे। डिपो के लिए आपको कंपनी द्वारा 15 हजार रुपये गोदाम का किराया, 10 हजार रुपये ऑफिस का खर्च व चार फीसद कमीशन मिलेगा।

    मोहन लाल के मुताबिक इस पर उन्होंने एजेंसी लेने की बता कही तो 21 फरवरी 2024 को अपनी फर्म के खाते से 10 लाख रुपये दिल्ली के एक खाते में भेजे। आरोप है कि इसके बाद 27 फरवरी 2024 को आरोपितों द्वारा उन्हें कूटरचित इकरारनामा बना कर दे दिया गया, लेकिन सामान नहीं दिया गया। बाद में जानकारी करने पर पता चला कि आरोपित दिल्ली में फर्म बंद कर कहीं दूसरी जगह चले गए हैं।

    इसके बाद उन्होंने कई बार राजेश गुप्ता व बलराम तिवारी से संपर्क कर अपने रुपयों के बारे में बात की, लेकिन आरोपित किसी न किसी बहाने उन्हें टालते रहे। मोहन लाल का आरोप है कि जब उन्होंने आरोपितों के घर जाकर अपने रुपये वापस करने का दबाव बनाया तो आरोपितों द्वारा गाली गलौज करते हुए उन्हें जानमाल की धमकी दी गई।

    भदोखर थानाध्यक्ष राकेश चंद्र आनंद का कहना है कि तहरीर के आधार पर दोनों आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है।

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