बारिश की वजह से यूपी में गिरी प्लेटफॉर्म की दीवार, इस रेलवे स्टेशन पर जगह-जगह टपक रहा पानी
रायबरेली रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं की कमी बरकरार है। बारिश के पूर्व मरम्मत के बावजूद स्टेशन पर टिनशेड से पानी टपक रहा है और प्लेटफार्म की दीवार ढह गई है जिससे यात्रियों को परेशानी हो रही है। बिजली आपूर्ति बाधित होने से भी समस्या बढ़ गई है। अधिकारी मरम्मत कराने का आश्वासन दे रहे हैं लेकिन यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।

जागरण संवाददाता, रायबरेली। रेलवे द्वारा स्टेशन पर यात्रियों को बेहतर सुविधाएं दिलाने को लेकर करोड़ों रुपये खर्च कर दिए गए, लेकिन जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते स्टेशन पर आए दिन यात्रियों को समस्या का सामना करना पड़ता है।
बारिश के पूर्व लाखों रुपये खर्च कर स्टेशन पर मरम्मत का काम कराया गया, लेकिन बारिश होने पर यात्रियों के स्टेशन पर खड़े होने की जगह कम पड़ने लगी। प्लेटफार्म की दीवार जहां गिर गई तो वहीं प्लेटफार्मों पर लगे टिनशेड से जगह-जगह गिरता पानी मरम्मत में की गई लापरवाही बयां करने के लिए काफी है।
रेलवे स्टेशन पर कुल पांच प्लेटफार्म है। इसमें प्लेटफार्म नंबर एक पर स्टेशन अधीक्षक समेत अन्य अधिकारियों के कार्यालय है। दो दिन से जारी बारिश में स्टेशन परिसर में लगे टिनशेड से कई स्थानों पर पानी टकपने लगा, जिससे यात्रियों को सीट छोड़ कर भागना पड़ा।
कई स्थानों पर पानी टपकने से लोगाें के लिए टिनशेड के नीचे खड़ा होना मुश्किल हो गया। इस दौरान कई यात्री बैठने के लिए जगह ढूंढते रहे। यात्रियों का कहना है कि स्टेशन पर आए दिन लोगों को किसी न किसी समस्या से गुजरना पड़ता है। स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक का दीवार बारिश में ढह गई।
जिसके साथ ही प्लेटफार्म पर जगह जगह जलभराव है। यहां कभी शौचालय, कभी पेयजल तो कभी बिल्डिंग के टपकने से विद्युत खराब रहती है। लोगों का कहना है कि बारिश से पूर्व स्टेशन की मरम्मत कराई गई, जिसके तहत दो नंबर प्लेटफार्म का टिनशेड नया लगवाया गया और एक नंबर प्लेटफार्म के टिनशेड की मरम्मत की गई थी, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
ऐसे में मरम्मत के कार्यों की जांच की जानी चाहिए। स्टेशन पर कार्यरत अधिकारी व कर्मचारी भी इस दुर्दशा से अछूते नहीं हैं। उनका कहना है कि बार-बार मरम्मत की मांग की जाती है, लेकिन स्थायी समाधान नहीं हो पा रहा है।स्टेशन पर सोमवार देर शाम से मंगलवार के दिन दोपहर बाद तक विद्युत सप्लाई बंद होने पर फीडिंग का कार्य तक आफिसों में नही हो पाई।
जिसके साथ ही कोच डिस्प्ले व पंखे तक बंद है। सीनियर सेक्शन इंजीनियर कार्य विजय कुमार का कहना है कि टीम लगाकर सर्वे कराया जा रहा है कि पानी कहां-कहां से टपक रहा है? उच्चाधिकारियों से स्वीकृति मिलने के बाद मरम्मत कराई जाएगी। विद्युत विभाग के सीनियर सेक्शन इंजीनियर एसएम मीना का कहना है कि टीम लगाकर फाल्ट को दुरूस्त करवाया जा रहा है फाल्ट दुरूस्त होने के बाद बहाल सेवा करवा दिया जाएगा।
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