अंतरजनपदीय स्थानांतरण के एक हजार दावेदार, बढ़ने लगी धड़कनें
- बीएसए ने जारी किया पत्र 24 से 28 सितंबर तक आपत्ति और दावों का होगा निस्तारण
रायबरेली : घर से दूर विद्यालयों में तैनात गुरुजनों को सरकार ने राहत देने का मन बना लिया है। करीब छह महीने से लंबित अंतरजनपदीय स्थानांतरण प्रक्रिया को हरी झंडी मिल गई है। इसके साथ ही आवेदन करने वाले शिक्षकों की धड़कनें भी बढ़ने लगी है। उन्हें चिता सता रही कि कहीं कोई चूक भारी न पड़ जाए। ऐसे में वे कोई कमी नहीं छोड़ना चाह रहे हैं।
जिले के करीब एक हजार शिक्षकों को स्थानांतरण का लाभ मिलेगा। अंतरजनपदीय स्थानांतरण को लेकर शिक्षक संगठन लगातार मांग कर रहे थे। रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्थानांतरण के लिए अनुमति दे दी। इससे जिले के शिक्षकों को भी लाभ मिलेगा। इसके बाद लंबे अरसे से लंबित प्रक्रिया के शुरू होने से सुस्त शिक्षकों के चेहरे पर चमक आ गई है। उन्हें अपने गृहक्षेत्र के करीब पहुंचने की उम्मीद जग गई है।बीएसए ने अधीनस्थों को शासनादेश के तहत तैयारी करने के निर्देश दे दिए हैं। स्थानांतरण के आदेश पर जिले के सभी शिक्षक संगठनों ने राहत भरी सांस ली है। बीएसए ने पत्र जारी करते हुए 24 से 28 सितंबर तक आपत्ति और दावों के निस्तारण के निर्देश दिए हैं। इसके लिए जिला स्तरीय कमेटी का भी गठन कर दिया गया है।
इनसेट
इन्हें मिलेगी प्राथमिकता
पारस्परिक स्थानांतरण, दिव्यांग शिक्षक-शिक्षिका, गंभीर व असाध्य बीमारियों से ग्रसित शिक्षक-शिक्षिका, सैन्य परिवारों से संबंधित शिक्षक-शिक्षिका को प्राथमिकता मिलेगी।
करीब सौ आवेदन किए गए निरस्त
जिले में करीब सौ आवेदन निरस्त हैं। इसमें कुछ न कुछ कमी है। ऐसे में उन्हें एक मौका दिया गया है। नवीन प्रत्यावेदन भी कर सकेंगे। यह 28 सितम्बर शाम पांच बजे तक चलेगा।
इनकी सुनें
शासनादेश का पालन करते हुए पारदर्शी स्थानांतरण प्रक्रिया के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। अधीनस्थों को भी दिशा निर्देश दे दिए गए हैं। स्थानांतरण प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी होगा।
आनंद प्रकाश शर्मा, बीएसए
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।