सुबह चहकते आए दोपहर बाद मायूस होकर लौटे अभ्यर्थी
शिक्षक भर्ती प्रक्रिया पर हाईकोर्ट के आदेश के बाद रोकी काउंसिलिग जिले में 670 के सापेक्ष 658 अभ्यर्थियों की जारी की गई थी सूची
रायबरेली : सुबह की पहली किरण के साथ ही शिक्षक बनने की उम्मीद के साथ चहकते हुए अभ्यर्थी डायट में पहुंचे। खुशी के इस पल में गर्मी और उमस को भी भूल बैठे। जैसे-तैसे कागजों को पूरा किया। अभी एक-एक करके काउंसिलिग चल ही रही थी कि हाईकोर्ट के आदेश की सुगबुगाहट शुरू होने लगी। संशकित अभ्यर्थी इधर-उधर फोन घुमाने लगे। वहीं दोपहर बाद शासन से आए आदेश के बाद काउंसिलिग को रोकने का फरमान जारी कर दिया। इसके साथ ही उत्साह से लबरेज अभ्यर्थी मायूस होकर लौट गए।
बेसिक शिक्षा विभाग में काफी अरसे से लंबित 69 हजार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया बुधवार से शुरू होने का फरमान आने के बाद अभ्यर्थियों के चेहरे खिल गए थे। काउंसिलिग छह जून तक होनी थी। पहले दिन 250 अभ्यर्थियों को काउंसिलिग के लिए बुलाया गया था। बुधवार सुबह शैक्षिक दस्तावेज लेकर जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में पहुंचे। अलग-अलग काउंटर पर काउंसिलिग शुरू हुई। दोपहर बाद हाईकोर्ट के आदेश आने के बाद अभ्यर्थियों में मायूसी छा गई। करीब तीन बजे शासन से पत्र आने के बाद बीएसए ने काउंसिलिग को स्थगित करने का फरमान सुनाया। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आनंद प्रकाश शर्मा ने बताया कि शासन के अगले आदेश के बाद ही कोई कदम उठाया जाएगा।
दोपहर बाद तक चलती रही काउंसिलिग, 179 हुए शामिल
कोर्ट के आदेश की सुगबुगाहट के बाद भी अफसर काउंसिलिग यह कहकर कराते रहे कि शासन के आदेश मिलने पर ही रोका जाएगा। इस दौरान 250 में से 179 अभ्यर्थी शामिल हुए। कोरोना संक्रमण को देखते हुए सैनिटाइजेशन के साथ ही थर्मल स्कैनिग कराई गई। वहीं शारीरिक दूरी का पालन कराने के लिए कई बार पुलिस कर्मियों को सख्ती भी करनी पड़ी।
एडीएम, एएसपी और सिटी मजिस्ट्रेट ने लिया जायजा
काउंसिलिग में शारीरिक दूरी का पालन कराने के साथ ही व्यवस्था बेहतर बनाने को लेकर प्रशासन सतर्क रहा। सुबह एडीएम प्रशासन राम अभिलाष, एएसपी नित्यानंद राय, सिटी मजिस्ट्रेट युगराज सिंह मौके पर पहुंचे। व्यवस्था का जायजा लिया।