NABH की मान्यता मिलने से देश के चुनिंदा संस्थानों में शामिल हुआ AIIMS, बेहतर इलाज के लिए योजनाओं पर हो रहा काम
रायबरेली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) को एनएबीएच से प्राथमिक मान्यता मिली है। एम्स अब देश के चुनिंदा अस्पतालों में गिना जाएगा। संस्थान में स्वस्थ नारी सशक्त परिवार कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ जिसमें खुशी और समृद्धि के महत्व पर प्रकाश डाला गया। अधिकारियों ने बेहतर इलाज के लिए नई योजनाओं पर काम करने की बात कही।

जागरण संवाददाता, रायबरेली। अखिल भारतीय आर्युविज्ञान संस्थान को एनएबीएच से प्राथमिक मान्यता प्राप्त हो गई है। इसके बाद एम्स रायबरेली अब यह देश के चुनिंदा अस्पतालों में शामिल हो गया है। प्रधानमंत्री मोदी के जन्मोत्सव पखवाड़ा में स्वस्थ नारी सशक्त परिवार कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
बुधवार को सुबह अभियांत्रिकी विभाग ने पुराने ओपीडी परिसर में सहायक अभियंता सूरज विश्वकर्मा के निर्देशन में उत्साह के साथ भगवान विश्वकर्मा की पूजा हुई। इसके बाद प्रसाद वितरण हुआ। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की पहल स्वस्थ नारी सशक्त परिवार पखवाड़े का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई।
डीन (अकादमिक) प्रो. नीरज कुमारी ने मुख्य अतिथि भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर की प्रबंधन विज्ञान विभाग की प्रो. वीणा बंसल का स्वागत किया।
मुख्य अतिथि ने स्त्रियों और पुरुषों की पारस्परिक खुशी और समृद्धि पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि खुशी और पारस्परिक समृद्धि मानव अस्तित्व के दो मूलभूत लक्ष्य हैं, जिन्हें स्वयं की संतुलित समझ, दुनिया के साथ सामंजस्यपूर्ण संबंध और भौतिक सुविधाओं के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है।
अपर चिकित्सा अधीक्षक डॉ. नीरज कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि संस्थान लगातार नई ऊंचाइयों को छू रहा है। मरीजों को बेहतर इलाज मिल सके इसके लिए नई-नई योजनाओं पर काम किया जा रहा है।
सभी चिकित्सक व स्टाफ मरीजों की सुविधा के लिए हर समय तत्पर रहते हैं। उन्होंने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में डीन (अनुसंधान) डॉ. अर्चना वर्मा, डीन (परीक्षा) डॉ. प्रगति गर्ग, उप-निदेशक (प्रशासन) कर्नल अखिलेश सिंह उपस्थित रहे।
यह भी पढ़ें- UP News: रायबरेली में विदेश भेजने के नाम पर 70 हजार की ठगी, तीन पर मुकदमा दर्ज
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।