'महाकुंभ 2025 में विदेशी मेहमान', स्लोवाकिया के व्लादिमीर को खूब पंसद आई कुंभ नगरी, बोले- 'हिंदुत्व का दिल से सम्मान'
पौष पूर्णिमा स्नान के साथ प्रयागराज में महाकुंभ मेला की शुरुआत हो चुकी है। इस दौरान देश विदेश से श्रद्धालु स्नान करने पहुंच रहे हैं। मेला प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधाओं का ध्यान रखते हुए व्यापक प्रबंध किए हैं। ताकि स्नान और अन्य धार्मिक गतिविधियों में कोई दिक्कत न होने पाए। विदेशी मेहमानों को भी महाकुंभ की तैयारियां खूब पसंद आ रही है।

मदन मोहन सिंह, महाकुंभ नगर। हिंदुत्व शांति का संदेश देता है। हम विदेशी नागरिकों के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण है कि यहां सुरक्षित हैं। स्लोवाकिया के व्लादिमीर बोहाक पूरी गंभीरता से अपनी अनुभूति को व्यक्त करते हैं। महाकुंभ में विदेशी आगंतुकों की बड़ी संख्या में उपस्थिति और निर्बाध भ्रमण बोहाक की बातों का समर्थन करती है।
इन आगंतुकों को भारतीय अर्थव्यवस्था रिझा रही है। भारत वैश्विक शक्ति बनने के निकट प्रतीत हो रहा है। वसुधैव कुटुंबकम् के साकार स्वरूप महाकुंभ में अभी तक पांच हजार से अधिक विदेशी आगंतुक आ चुके हैं। सेक्टर-20 में पांटून पुल के निकट पार्किंग एरिया में स्नान करते और आते-जाते लोग कौतूहल से उन्हें निहारते हैं। व्लादिमीर बोहाक अनुरोध करने पर उनसे बात करने के लिए तैयार हो जाते हैं।
ट्रैवल पसंद करते हैं व्लादिमीर
वह बताते हैं स्लोवाकिया की राजधानी ब्रातिस्लावा के रहने वाले हैं। पेशे से आंत्रप्रेन्योर हैं। पर्यटन और भ्रमण में रुचि रखते हैं। अपनी रियल एस्टेट एजेंसी है-एरविन एंड बेनेट। कोलकाता और बनारस होते हुए महाकुंभ नगर पहुंचे हैं। अरैल में पर्यटन निगम की टेंट सिटी में उन्होंने स्टे किया हुआ है। यहां कैसा अनुभव कर रहे हैं पूछने पर कहते हैं कि बहुत रोचक अनुभव है। यहां के लोगों से बात कर बहुत अच्छा लगा।
स्लोवाकिया के व्लादिमीर को खूब पंसद आई कुंभ नगरी। जागरण
हिंंदुत्व का सम्मान करते हैं व्लादिमीर
वह स्वयं को क्रिश्चियन बताते हैं। कहते हैं यूरोप में क्रिश्चियंस की बहुलता है। हिंदुत्व को महान बताते हुए वह कहते हैं कि लोगों पर इसका गहरा प्रभाव है। मैंने पढ़ा है कि इस बार का महाकुंभ बहुत खास होने वाला है। संगम में डुबकी लगाई या नहीं के जवाब में हंसते हैं-नहीं, हो सकता है अगली बार। लेकिन यहां आकर बहुत खुश हूं।
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व्लादिमीर बोहाक ने भारतीय नेतृत्व और अर्थ व्यवस्था पर भी बात की। कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था विश्व की सर्वश्रेष्ठ अर्थ-व्यवस्था में से एक है। जीडीपी दर उच्चतम स्थिति में है। क्या भारत को विश्व शक्ति के रूप में देख रहे हैं, इस पर पूरी स्पष्टता से कहते हैं कि भारत अभी विश्वशक्ति तो नहीं है, लेकिन बहुत तेजी से उभर रहा है। यहां बहुत अच्छे नेता हैं, जैसे विदेश मंत्री जयशंकर। मैंने उनका इंटरव्यू कई बार देखा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सराहा
बोहाक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक सशक्त नेता हैं। इतने बड़े देश, इतने बड़े लोकत्रंत को संभालना आसान काम नहीं है। अर्थव्यवस्था उच्च स्तर पर है। हम जैसे विदेशी पर्यटक स्वयं को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। इसलिए मैं उनका सम्मान करता हूं। कुंभ में स्वच्छता और अन्य व्यवस्थाओं के प्रश्न पर कहते हैं-बहुत अच्छा है। मुझै कोई असुविधा नहीं हुई।
अगले महाकुंभ में फिर आना चाहूंगा, इसी इच्छा के साथ व्लादिमीर बोहाक अभिवादन की मुद्रा में हाथ जोड़ते हुए आगे बढ़ जाते हैं। फ्रांस के लियो शहर के विनो भी संगम के दिव्य और भव्य स्वरूप से अभिभूत हैं। सेक्टर-20 में अखाड़ों का भ्रमण करते विनो बताते हैं- चार बार प्रयागराज में कुंभ व अर्धकुंभ का दर्शन कर चुके हैं।
महाकुंभ की तैयारी खास
इंटरनेट मीडिया पर वर्णित है कि कुंभ दर्शन से व्यक्ति को मोक्ष मिल जाता है। इसीलिए वह लगातार कुंभ दर्शन के लिए आते रहते हैं। इस बार की व्यवस्था विशेष है। इससे विकास का एक नया आधार तैयार होगा। सनातन संसार का सबसे अच्छा धर्म है। महाकुंभ को देखकर लोग यह आंकलन कर सकते हैं।
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