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    UPPSC Prelims 2025: पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा के प्रवेश पत्र को लेकर अपडेट, 75 जिलों के 1435 केंद्रों पर होगा एग्जाम

    Updated: Tue, 30 Sep 2025 09:05 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा-2025 का प्रवेश पत्र जारी कर दिया है। परीक्षा 12 अक्टूबर को प्रदेश के 75 जिलों में होगी जिसके लिए 626387 अभ्यर्थी पंजीकृत हैं। आयोग ने परीक्षा में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए चेतावनी दी है कि नकल या किसी भी अनुचित गतिविधि पर सख्त कार्रवाई होगी।

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    पीसीएस-2025 प्रारंभिक परीक्षा का प्रवेश पत्र जारी

    राज्य ब्यूरो, प्रयागराज। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा-2025 एवं सहायक वन संरक्षक/क्षेत्रीय वन अधिकारी सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा-2025 का प्रवेश पत्र जारी कर दिया है। अभ्यर्थी आयोग की वेबसाइट से प्रवेश पत्र और दिशा-निर्देश ओटीआर नंबर के माध्यम से डाउनलोड कर सकते हैं।

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    परीक्षा 12 अक्टूबर को प्रदेश के 75 जिलों में 1435 केंद्रों पर दो पालियों में कराई जाएगी। परीक्षा के लिए 6,26,387 अभ्यर्थी पंजीकृत हैं।पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा की प्रथम पाली सुबह 9:30 से 11:30 बजे तक चलेगी। द्वितीय पाली की परीक्षा दोपहर 2:30 से 4:30 बजे तक होगी।

    परीक्षा शुरू होने से एक घंटा 30 मिनट पूर्व से केंद्र में प्रवेश मिलेगा और शुरू होने से 45 मिनट पहले प्रवेश द्वार बंद कर दिए जाएंगे। अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र पर दो नवीनतम फोटो, एक वैध आइडी प्रूफ की मूल व छायाप्रति लाना अनिवार्य है।

    आयोग ने परीक्षा में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए चेतावनी दी है कि उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) अधिनियम-2024 के तहत नकल, प्रश्नपत्र लीक या किसी भी प्रकार की अनुचित गतिविधि पर सख्त कार्रवाई होगी। परीक्षा नियंत्रक हर्ष देव पाण्डेय के अनुसार दोषी पाए जाने पर अधिनियम में एक करोड़ रुपये तक का जुर्माना और आजीवन कारावास तक की सजा का प्रविधान है।

    परीक्षा को लेकर सतर्क है आयोग

    पीसीएस-प्रारंभिक परीक्षा 2025 के आयोजन को लेकर लोक सेवा आयोग सतर्क है। पिछले दिनों आयोग में नोडल अधिकारियों के साथ बैठक में निगरानी के हाइटेक इंतजामों की जानकारी दी गई।

    साथ ही परीक्षा में किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोकने के लिए आयोग ने कक्ष निरीक्षकों का दो स्तरीय प्रशिक्षण कराने का निर्णय लिया गया है। पहला प्रशिक्षण उनको जिले स्तर पर और दूसरा प्रशिक्षण केंद्र पर मिलेगा। पूर्व में कक्ष निरीक्षकों को केवल केंद्र पर ही प्रशिक्षण दिया जाता था।