नई प्राथमिक शिक्षक भर्ती के लिए छात्रों ने किया आयोग का घेराव, छह वर्षों से विज्ञापन न आने से हैं नाराज
प्राथमिक शिक्षक भर्ती में देरी के विरोध में डीएलएड संघ के नेतृत्व में छात्रों ने शिक्षा सेवा चयन आयोग का घेराव किया। छात्रों का कहना है कि पिछले छह वर्षों से प्राथमिक शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी नहीं किया गया है। हाई कोर्ट के आदेश के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। छात्रों ने आयोग से जल्द से जल्द भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है।
राज्य ब्यूरो, प्रयागराज। नई प्राथमिक शिक्षक भर्ती को लेकर डीएलएड संघ के प्रदेश अध्यक्ष रजत सिंह के नेतृत्व में छात्रों ने शिक्षा सेवा चयन आयोग का घेराव किया। छात्रों का कहना है, पिछले छह वर्षों से प्राथमिक शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी नहीं किया गया है।
हाई कोर्ट की डबल बेंच ने 68,500 शिक्षक भर्ती में कटआफ विवाद पर फैसला सुनाते हुए आदेश दिया है कि प्रदेश सरकार को दो महीने में 27,713 रिक्त पदों पर विज्ञापन जारी करना होगा। छात्रों ने इस आदेश का हवाला देते हुए आयोग से कार्यवाही की मांग की।
छात्रों ने आयोग अध्यक्ष को संबोधित ज्ञापन उप सचिव को सौंपा और अपनी पांच सदस्यीय टीम की बैठक आयोग के सचिव मनोज सिंह से कराई गई। सचिव द्वारा बताया गया कि सभी संबंधित विभागों और बेसिक शिक्षा विभाग को पत्र भेजा जा चुका है।
उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि 27 दिसंबर तक आयोग में सभी विभागों की बैठक आयोजित की जाएगी। रजत सिंह ने कहा कि शिक्षा सेवा चयन आयोग और बेसिक विभाग की निष्क्रियता से हजारों अभ्यर्थियों का भविष्य अधर में है।
जल्द ही भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं हुई, तो वे आंदोलन तेज करेंगे।घेराव में तेज प्रताप यादव, नीरज सिंह, धर्मवीर मौर्य, अजीत यादव, रोहित तिवारी, आकाश शुक्ला, शिवम सिंह, गोलू और धर्मेंद्र सहित कई छात्र उपस्थित रहे।
टीजीटी कला-2016 की भर्ती के आठ पदों पर साक्षात्कार आज
सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में टीजीटी (प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक) कला-2016 की भर्ती प्रक्रिया आठ साल बाद इस हफ्ते पूरी होने की उम्मीद है। भर्ती प्रक्रिया के तहत शेष बचे आठ पदों के लिए 10 दिसंबर यानी मंगलवार को साक्षात्कार आयोजित किए जाएंगे। चयनित अभ्यर्थियों का अंतिम परिणाम इसी सप्ताह जारी किया जा सकता है।
टीजीटी कला-2016 भर्ती प्रक्रिया लंबे समय से विवादों और देरी का शिकार रही है। हाईकोर्ट के हस्तक्षेप और चयन बोर्ड के प्रयासों से यह प्रक्रिया अब अपने अंतिम चरण में है। टीजीटी कला के 464 पदों पर भर्ती के लिए वर्ष 2016 में विज्ञापन जारी किया गया था। लिखित परीक्षा पास करने के बावजूद 36 अभ्यर्थियों को साक्षात्कार में शामिल होने से रोक दिया गया। इसका कारण यह था कि उनके पास इंटरमीडिएट स्तर पर प्राविधिक कला का प्रमाणपत्र नहीं था।
हालांकि, इन अभ्यर्थियों के पास बैचलर आफ फाइन आर्ट्स (बीएफए) की डिग्री थी, जिसे माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने अयोग्य माना। इस निर्णय को चुनौती देते हुए अभ्यर्थी हाईकोर्ट पहुंचे। हाईकोर्ट ने मामले में हस्तक्षेप करते हुए बीएफए डिग्री वाले अभ्यर्थियों को भी साक्षात्कार में शामिल करने का आदेश दिया।
इसके बाद नवगठित उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग ने हाईकोर्ट के आदेश का पालन करते हुए 10 दिसंबर 2024 को सुबह नौ बजे से इन 36 अभ्यर्थियों के साक्षात्कार आयोजित करने का निर्णय लिया है। साक्षात्कार प्रक्रिया पूरी होने के बाद, इस हफ्ते ही अंतिम चयन परिणाम जारी किया जाएगा। इसके साथ ही, टीजीटी कला-2016 की आठ वर्षों से लंबित भर्ती प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
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