प्रयागराज में भ्रष्टाचार रोकने की कवायद में हटाया ‘शून्य’, संपत्ति की रजिस्ट्री में जीरो के चलते होने लगे थे घपले
प्रयागराज के स्टांप एवं निबंधन विभाग ने भ्रष्टाचार रोकने के लिए बैनामे में रुपये का उल्लेख अंकों में नहीं, शब्दों में करने का निर्णय लिया है। शून्य के कारण होने वाले घपलों को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है। अब सर्किल रेट और पंजीयन शुल्क में भी शून्य का प्रयोग नहीं होगा। विभाग को हर वर्ष संपत्तियों की रजिस्ट्री से 900 करोड़ रुपये मिलते हैं।

प्रयागराज में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए संपत्ति की रजिस्ट्री में अंकों में शून्य के उपयोग पर रोक लगा दी गई है।
ज्ञानेंद्र सिंह, प्रयागराज। भ्रष्टाचार रोकने के लिए स्टांप एवं निबंधन विभाग ने जीरो (शून्य) को हटा दिया है। दरअसल, शून्य के चलते तमाम घपले होने लगे थे। विभाग ने किसी भी अंक में जीरो न लगाने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। उदाहरण के तौर पर एक लाख रुपये को शब्दों में ही लिखा जाएगा, न कि अंकों में 1,00000 लिखा जाएगा।
रजिस्ट्री में हो रहे खेल पर लगेगी नकेल
ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि संपत्तियों की रजिस्ट्री में बड़े पैमाने पर जीरो के माध्यम से खेल होता था, जिस पर नियंत्रण हो सकेगा। अब सर्किल रेट से लेकर पंजीयन शुल्क आदि में भी जीरो का प्रयोग नहीं किया जाएगा। नए सर्किल रेट में इसका प्रविधान किया जा रहा है।
खास-खास-
-900 करोड़ रुपये हर वर्ष संपत्तियों की रजिस्ट्री से मिलते हैं विभाग को
-300 संपत्तियों के बैनामे लगभग रोज होते हैं नौ उप निबंधक कार्यालयों में
इसी सप्ताह नया सर्किल रेट लागू होगा
दिसंबर के पहले हफ्ते में नया सर्किल रेट लागू होगा। इसको लेकर उप निबंधक कार्यालयों में तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है। सदर तहसील के दोनों उप निबंधकों कार्यालय में भी गुरुवार को कार्य पूरा कर लिया गया है। सोरांव, हंडिया, मेजा, कोरांव व बारा तहसील की तैयारी पहले ही पूरी हो चुकी है। फूलपुर और करछना तहसील में शुक्रवार तक सभी कार्य कर लिए जाएंगे।
पांच से 15 प्रतिशत तक स्टांप शुल्क बढ़ाया जाएगा
नए सर्किल रेट के मुताबिक पांच से 15 प्रतिशत तक स्टांप शुल्क बढ़ाया जाएगा। पिछली बार 2022 में दो दिसंबर को नया सर्किल रेट लागू हुआ था। इस बार भी इसी तारीख पर नया सर्किल रेट लागू करने की कोशिश की जा रही है। उप निबंधक सदर प्रथम चतुर्भुज पांडेय ने बताया कि पहली बार रजिस्ट्री के दस्तावेजों में रुपये से लेकर अन्य क्षेत्रफल तक में शून्य का उल्लेख नहीं किया जाएगा। इसके लिए सभी डाटा को दुरुस्त करा दिया गया है।
गड़बड़ी पर नियंत्रण लग सकेगा : एआइजी स्टांप
एआइजी स्टांप राकेश चंद्रा का कहना है कि संपत्तियों के बैनामे में रुपये से लेकर क्षेत्रफल तक में शून्य का उल्लेख न करने से कई तरह की गड़बड़ी पर नियंत्रण लग सकेगा। रुपये का उल्लेख शब्दों में करने से किसी भी अनियमितता को पहली नजर में पकड़ा जा सकेगा।

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