UP News: प्रयागराज में महाकुंभ से पहले बनी सड़कों पर उठे सवाल, मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश
महाकुंभ से पहले प्रयागराज में बनी 103 सड़कों की गुणवत्ता जांच के लिए मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं। मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने यह निर्देश दिए। जांच में शामिल एसडीएम और इंजीनियरों का निर्णय शुक्रवार को होगा। नगर निगम और प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने लगभग 800 करोड़ रुपये से इन सड़कों का निर्माण कराया था लेकिन गुणवत्ता पर सवाल उठे थे।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। महाकुंभ के पहले शहर में बनवाई गई 103 सड़कों के निर्माण की गुणवत्ता की जांच की मजिस्ट्रेटी जांच के निर्देश दिए गए हैं। ये निर्देश मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत की ओर से दिए गए हैं। जांच में किन-किन एसडीएम को तथा उनके साथ किन विभागों के इंजीनियर रखे जाएंगे, इस पर निर्णय शुक्रवार को मंडलायुक्त की अध्यक्षता में तथा डीएम रविंद्र कुमार मांदड़ की मौजूदगी में होने वाली महत्वपूर्ण बैठक में लिया जाएगा।
नगर निगम और प्रयागराज विकास प्राधिकरण की ओर से महाकुंभ के ठीक पहले लगभग 800 करोड़ रुपये की लागत से 103 सड़कों का कार्य कराया गया था। इन सड़कों की गुणवत्ता पर सवाल उठने पर मंडलायुक्त ने अप्रैल माह में विभिन्न विभागों के 21 वरिष्ठ इंजीनियरों की जांच कमेटी गठित की थी।
कमेटी को जांच रिपोर्ट 10 मई तक देने के लिए कहा गया था। कमेटियों ने अपनी रिपोर्ट दी, जिसकी समीक्षा दो अपर आयुक्त और दो एडीएम ने किया। जांच रिपोर्ट स्पष्ट नहीं होने पर मंडलायुक्त ने मंगलवार को इन सड़क परियोजनाओं की मजिस्ट्रेटों से जांच कराने के निर्देश दिए।
महाकुंभ 2025
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अब शुक्रवार को इसको लेकर अहम बैठक होगी, जिसमें पिछली जांच कमेटियों के अधिकारी भी बुलाए गए हैं। जिन सड़क परियोजनाओं की जांच कराई गई है, वे शहर तथा नैनी, झूंसी व फाफामऊ क्षेत्र की प्रमुख सड़कें हैं। इन सड़कों पर गड्ढे होने लगे हैं और ये जगह-जगह उखड़ने लगी हैं।
सड़कों के निर्माण में उपयोग की गई सामग्री मानक के अनुरूप नहीं होने की शिकायतें की जा चुकी हैं। मंडलायुक्त का कहना है कि सड़क परियोजनाओं की जांच अब मजिस्ट्रेटों से कराई जाएगी। शुक्रवार की बैठक में जांच को लेकर कुछ और निर्णय लिए जाएंगे।
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