Magh Mela 2026 : मेला क्षेत्र में जमीन और सुविधा के लिए संत-संगठन परेशान, अफसरों के पास पड़े हैं 1500 से अधिक आवेदन
Magh Mela 2026 माघ मेला में जमीन और सुविधा पाने के लिए संत-महात्माओं और संस्थाओं को परेशानी हो रही है। मेला प्रशासन के अनुसार, साढ़े तीन हजार से अधिक ...और पढ़ें

Magh Mela 2026 प्रयागराज माघ मेला के संगम अपर मार्ग पर भूमि आवंटन के दौरान मौजूद पीडीए अधिकारी व कर्मचारी। जागरण
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। Magh Mela 2026 माघ मेला में जमीन व सुविधा पाने के लिए संत-महात्माओं से लेकर संस्थाओं तथा संगठनों के लोग परेशान हैं। देर रात तक साधु-संतों और संस्थाओं के पदाधिकारियों का मेला प्राधिकरण कार्यालय में जमावड़ा लगा रहता है। वहीं प्रशासन का कहना है कि अब तक साढ़े तीन हजार से ज्यादा संस्थाओं को जमीन आवंटित हो चुकी है जबकि दो हजार से ज्यादा को सुविधा पर्ची जारी हो चुकी है।
कुंभ में मिली थी जमीन, माघ मेला में पहली बार मांगी
Magh Mela 2026 माघ मेला क्षेत्र में जमीन व सुविधा के लिए अधिकारियों के पास अब भी डेढ़ हजार से ज्यादा आवेदन पड़े हैं। इनमें एक हजार से अधिक नई संस्थाएं शामिल हैं। कुछ ऐसी भी संस्थाएं हैं जिन्हें महाकुंभ में जमीन मिली थी लेकिन माघ मेला में उनकी ओर से पहली बार भूमि की मांग की गई है।
क्या कहते हैं माघ मेला के डीएम?
Magh Mela 2026 डीएम माघ मेला दयानंद प्रसाद का कहना है कि अब तक साढ़े तीन हजार से ज्यादा संस्थाओं को भूमि आवंटित हो चुकी है। सेक्टर एक, दो, चार, पांच में लगभग सभी संस्थाओं को जमीन दी जा चुकी है। वहीं सेक्टर छह व सात में कुछ संस्थाएं बची हैं, जिन्हें दो दिन में जमीन आवंटित कर दी जाएंगी। जमीन आवंटन के दूसरे अथवा तीसरे दिन सुविधा पर्ची जारी की जा रही है। इन संस्थाओं पर मंगलवार से विचार किया जाएगा। किसी भी हाल में 25 दिसंबर तक जमीन आवंटन की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।
चकर्ड प्लेट न जलापूर्ति की पाइप लाइन, कैसे लगे शिविर
इस बार मेला की तैयारियां काफी पीछे होने पर संत से लेकर संस्था और संगठनों के लोग भी परेशान हैं। अभी तक कई सेक्टरों में चकर्ड प्लेट तक नहीं बिछ सकी है। यही नहीं जलापूर्ति के लिए पाइप लाइन भी नहीं डाली जा सकी है। बिजली के कार्य भी काफी पीछे हैं। संतों व कल्पवासियों के सेक्टर में काम पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। लोक निर्माण विभाग द्वारा अभी गाटा मार्गों पर चकर्ड प्लेट नहीं बिछाई जा सकी है जिसके कारण इन मार्गों पर शिविर नहीं लग पा रहे हैं। जल निगम की जलापूर्ति की पाइप लाइन का काम भी नहीं हो सका है। सेक्टर पांच व छह में काम काफी पीछे है। सेक्टर दो में शास्त्री ब्रिज के नीचे अभी समतलीकरण का कार्य ही चल रहा है, जिसके बाद सड़क, बिजली व पानी के कार्य होंगे।

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