UP News: बाढ़ के बाद एक और आफत, गंगा के कछार में दिखा कुछ ऐसा कि प्रयागराज के लोगों की उड़ गई नींद
प्रयागराज के दक्षिणी कोटवा गांव में तेंदुए के दिखने से ग्रामीणों में दहशत फैल गई है। गंगा के कछार में पेड़ पर तेंदुए को देखा गया जिसके बाद वन विभाग को सूचना दी गई। अंधेरा और बाढ़ के कारण तेंदुए को खोजने में मुश्किल हो रही है लेकिन वन विभाग की टीम लगातार निगरानी कर रही है।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। बाढ़ की आपदा ने पहले ही घेर रखा था। इसी बीच एक तेंदुए ने दक्षिणी कोटवा व आसपास के कई गांवों के लोगों की नींद उड़ा दी। ग्रामीणों ने गंगा के कछार में एक पेड़ पर उसे बैठा देखा। सूचना पर वन विभाग की टीम पहुंची, लेकिन तब तक वह आंखों से ओझल हो चुका था। अंधेरे और बाढ़ को देखते हुए टीम लौट गई।
सरायइनायत थाना क्षेत्र के दक्षिणी कोटवा गांव के पास गंगा की धारा दो भागों में बंटी हुईं हैं। दोनों धारा के बीच एक लंबा चौड़ा टापू है। साथ ही ककरा दुबावल, लीलापुर सहित आसपास के कई गांवों के इसी कछार में अपने मवेशी रखते हैं। प्रतिदिन नाव से उन्हें चारा देने जाते हैं।
मंगलवार की शाम दक्षिणी कोटवा के ग्रामीण नाव से मवेशियों को चारा देने जा रहे थे। तभी उनकी नजर एक पेड़ पर छिपकर बैठे तेंदुए पर पड़ी। ग्रामीणों ने सूचना वन विभाग को दी गई। फूलपुर रेंजर लक्ष्मीकांत दुबे टीम के साथ गए लेकिन तेंदुआ अपनी जगह छोड़कर जा चुका था।
जिस पेड़ पर वह बैठा था उसके चारों ओर पानी भरा है। डीएफओ अरिवंद कुमार ने बताया कि ग्रामीणों ने तेंदुआ देखा था। तस्वीर भी ली है। रात व बाढ़ का समय होने के कारण खोजबीन नहीं हो सकी। बुधवार की सुबह फिर टीम भेजी जाएगी।
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