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    प्रयागराज में गोशालाओं की निगरानी अब जिला स्तरीय अधिकारियों के जिम्मे, लापरवाही पर होगी कार्रवाई, DM का सख्त निर्देश

    Updated: Fri, 19 Sep 2025 04:52 PM (IST)

    प्रयागराज में गो आश्रय स्थलों की निगरानी अब जिला स्तरीय अधिकारी करेंगे। जिलाधिकारी ने 44 अधिकारियों की ड्यूटी लगाई है जो हर महीने गोशालाओं की जांच कर रिपोर्ट देंगे। गंगापार और यमुनापार में 123 गोशालाएं हैं जिनमें 20 हजार मवेशी संरक्षित हैं। पशुपालन विभाग द्वारा प्रति पशु 50 रुपये दिए जाने के बावजूद लापरवाही की शिकायतें मिल रही थीं। गड़बड़ी मिलने पर जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।

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    प्रयागराज के जिला स्तरीय अधिकारियों की निगरानी में गोशालाएं होंगी तो अनियमितता रुकेगी।

    जागरण संवाददाता, प्रयागराज। गंगापार और यमुनापार में संचालित गो आश्रय स्थलों (गोशालाओं) की अव्यवस्थाओं को अब दबा पाना मुश्किल होगा। कारण, इनकी निगरानी पशुपालन विभाग या ब्लाक स्तर के अधिकारी नहीं बल्कि, जिले स्तर के अधिकारी करेंगे। हर महीने गोशालाओं की पड़ताल करेंगे और उसकी रिपोर्ट देंगे। इसकी शुरुआत सितंबर से ही होगी।

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    कान्हा गोशाला और अस्थायी गोआश्रय स्थल समेत गंगापार व यमुनापार में 123 गोशालाएं संचालित हो रहीं हैं। इनमें करीब 20 हजार बेसहारा मवेशी संरक्षित हैं। संबंधित ग्राम पंचायतें इन गोशालाओं का संचालन करती हैं। पशुपालन विभाग की ओर से प्रति पशु 50-50 रुपये प्रतिदिन भरण पोषण के लिए दिया जाता है। इसके बाद भी मवेशियों को भरपेट चारा नहीं मिल पाता। जिम्मेदार इसमें लापरवाही बरत रहे हैं।

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    हालांकि गोशालाओं की मानीटरिंग के लिए पहले से भी कई कवायद हुई, लेकिन व्यवस्थाओं में सुधार नहीं आया। इसे देखते हुए डीएम मनीष कुमार वर्मा ने अब जिले स्तर के अधिकारियों से हर महीने सत्यापन कराने का आदेश जारी किया है। इनमें कृषि विभाग, समाज कल्याण, प्रोबेशन समेत अन्य महकमों के करीब 44 अधिकारियों को लगाया गया है। हर अफसर को तीन-तीन गोशालाओं की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

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    मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. शिवनाथ यादव ने बताया कि हर जनपद स्तरीय अधिकारी प्रतिमाह 20 तारीख तक गोशालाओं की जांच करके अपनी रिपोर्ट देंगे। इसके लिए जिलाधिकारी की ओर से संबंधित अधिकारियों को आदेश दिए जा चुके हैं। तीन दिन के अंदर सभी से रिपोर्ट मांगी गई है। जिस गोशाला में गड़बड़ी पाई जाएगी, वहां के जिम्मेदारों पर कार्रवाई होगी।