Prayagraj Murder Case: सीडब्ल्यूई की हुई तेरहवीं, SIT के सामने पेश होगा परिवार; जांच में मिले अहम सुराग
प्रयागराज में एयरफोर्स कमांडर सत्येंद्र नारायण मिश्रा की हत्या की जांच एसआईटी कर रही है। पीड़ित परिवार एसआईटी के सामने अपना पक्ष रखेगा। जांच में हत्याकांड से जुड़े कई अहम सुराग मिले हैं। कौशांबी जेल में बंद आरोपी हनी पास का रिमांड बनवाने की तैयारी है। पुलिस चोरी की योजना बता रही है जबकि परिवार सुनियोजित हत्या का आरोप लगा रहा है।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। एयरफोर्स के कमांडर वर्क्स इंजीनियर (सीडब्ल्यूई) सत्येंद्र नारायण मिश्रा की हत्या के बाद घर वालों ने उनकी तेरहवीं कर दी है। अब पीड़ित परिवार स्पेशल इनवेस्टीगेशन टीम (एसआइटी) के सामने पेश होकर अपना पक्ष रखेगा।
उधर, तफ्तीश में जुटी एसआइटी को हत्याकांड में कई अहम तथ्य मिले हैं, जिसके आधार पर तकनीकी साक्ष्यों से उनका मेल कराया जा रहा है। मामले में कौशांबी जेल में बंद हत्यारोपित हनी पास का भी इसी मुकदमे में रिमांड बनवाने की तैयारी शुरू कर दी गई है।
एयरफोर्स स्टेशन बमरौली के हाई सिक्योरिटी जोन में रहने वाले सत्येंद्र नारायण मिश्रा की 28 मार्च की देर रात गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने मामले में लाल बिहारा निवासी मुख्य आरोपित सौरभ और उसके माता-पिता को गिरफ्तार करते हुए हत्याकांड का राजफाश किया।
इसे भी पढ़ें- UP News: माफिया अतीक के करीबी समेत पांच की गाड़ी फिर सीज, 'ऑपरेशन हंटर' से पुलिस ने कसा शिकंजा
एसआईटी मामले की जांच कर रही है। जागरण (सांकेतिक तस्वीर)
पुलिस का कहना है था कि अभियुक्त ने जेल में बंद बड़े भाई हनी को छुड़ाने के लिए सत्येंद्र के आवास में चोरी की योजना बनाई थी और नाकाम रहने पर उसने गोली मारकर हत्या की थी। हालांकि सत्येंद्र की पत्नी वत्सला मिश्रा ने पुलिस की थ्योरी पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया था कि सुनियोजित ढंग से टारगेट करके हत्या की गई थी। लूट या चोरी के लिए घटना नहीं कारित की गई थी।
इसे भी पढ़ें- Prayagraj News: नौकरानी को लेकर झगड़ा, व्यापारी ने झाेंका फायर; बेटे को लगी गोली
पीड़ित परिवार शिकायत पर डीजीपी ने आइजी रेंज प्रेम गौतम की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय एसआइटी गठित की, जो अब इस मामले की जांच कर रही है।
बताया गया है कि बिहार के रोहतास जिले के कोचस थाना क्षेत्र स्थित हरनाथपुर गांव में परिवार वालों ने सत्येंद्र की तेरहवीं की। इसके बाद पुलिस अधिकारियों से बातचीत करते हुए जल्द ही अपना पक्ष रखने के लिए कहा। पीड़ित परिवार का बयान अंकित करने के बाद एसआइटी जांच को आगे बढ़ाएगी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।